पटना। बिहार विधानसभा की 243 सीटें में से इस बार 200 से अधिक सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की है । वहीं इस बार 243 सीटें पर कितनी फीसदी महिलाएं जीती है इसके बारे में आप को पूरी जानकारी दे रहे है। इस बार विधानसभा में करीब 12 फीसदी महिला विधायक चुनी गई हैं, जो पिछली बार की तुलना में थोड़ी बढ़ोतरी है। पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक कुल 243 सीटों में से 29 महिला नेता जीतकर विधायक बनी हैं। 2020 में यह संख्या 26 थी।
महिला विधायकों की उम्र और शिक्षा
29 महिला विधायकों में 13 की उम्र 25 से 39 साल के बीच है, जबकि 9 महिला विधायक 40 से 54 साल की उम्र में हैं। दिलचस्प बात यह है कि करीब आधी महिला विधायकों के पास कोई कॉलेज डिग्री नहीं है। यह दर्शाता है कि राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है, लेकिन शैक्षिक स्तर में अभी भी चुनौतियां हैं।
वरिष्ठ विधायकों की संख्या में बढ़ोतरी
55 साल से अधिक उम्र वाले विधायकों की संख्या इस बार बढ़कर 46 फीसदी हो गई है। यह 2015 में 34 फीसदी और 2020 में 40 फीसदी थी। यानी, विधान सभा में वरिष्ठ नेताओं की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है।
शिक्षा स्तर का परिदृश्य
इस बार पोस्ट ग्रैजुएट विधायकों की संख्या 28 फीसदी है, जो 2020 के 23 फीसदी की तुलना में बढ़ी है। वहीं, ग्रैजुएट विधायकों की हिस्सेदारी 32 फीसदी रही, जबकि 2020 में यह आंकड़ा 40 फीसदी था। रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि 40 फीसदी नए विधायकों के पास कोई कॉलेज डिग्री नहीं है। कुल मिलाकर, इस बार की बिहार विधानसभा चुनाव नतीजे महिलाओं की बढ़ती हिस्सेदारी, वरिष्ठ नेताओं की अधिक संख्या और शिक्षा स्तर में बदलाव की झलक देते हैं। ये आंकड़े राज्य की राजनीति में धीरे-धीरे विविधता और अनुभव के मिश्रण को दर्शाते हैं।
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