बलौदाबाजार. जिला मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर कोकड़ी गांव में आयोजित शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. इस दौरान असामाजिक तत्व अपनी उपस्थिति के साथ घटनाओं को अंजाम देने में लगे हैं. सुरक्षा व्यवस्था में जुटी पुलिस ने 12 संदिग्ध महिलाओं को पकड़ा है, जो इस परिसर से चोरी की नियत से घूम रहे थे. मामले में पूछताछ के बाद प्रतिबंधक कार्यवाही करते हुए महिलाओं को जेल भेजा गया.

बलौदाबाजार जिले के कोकड़ी गांव में पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर मध्यप्रदेश की शिव महापुराण कथा 2 से 8 जनवरी तक आयोजित की गई है, जिसमें प्रारंभ से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. अन्य स्थान पर हुए आयोजनों के अनुभव को देखते हुए स्थानीय स्तर पर सीसीटीवी कैमरे और अन्य प्रबंध सुरक्षा के लिए गए हैं, ताकि घटनाओं को रोका जा सके. फिर भी भीड़ भाड़ वाली जगह पर जिस अंदाज में चोर उचक्के अपनी हरकत करते हैं, कुछ ऐसा ही यहां भी देखने को मिल रहा है. पुलिस के पास इस बारे में शिकायतें प्राप्त हुई.

वरिष्ठ अधिकारियों के जानकारी में आने पर उनके मार्गदर्शन प्राप्त करने के साथ जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. महिला पुलिस कर्मियों के साथ टीम तैयार की गई और आयोजन स्थल पर चैकसी बढ़ाई गई. इस दौरान रायपुर और नागपुर,बिलासपुर क्षेत्र से वास्ता रखने वाली 12 संदिग्ध महिलाओं को पकड़ा गया. उन्होंने यहां पर श्रद्धालु महिलाओं के पर्स और कीमती जेवर की चोरी करने की की नियत से कार्यक्रम में आना स्वीकार की.

पूछताछ में पता चला कि महिलाएं श्रद्धालु होने का स्वांग रचकर कथा स्थल पर पहुंचती थी, ताकि किसी को उनके जेबकतरा या झपटमार होने पर बिल्कुल भी संदेह ना होने पाए. फिर आरती होने के दौरान या गुप्त दान के दौरान शातिराना हरकत कर यह कुख्यात गिरोह कुछ ही देर में यहां कई महिला श्रद्धालुओ के आभूषण व पर्स की चोरी कर लेती थी. पीड़ितों को इस बारे में तब पता चलता जब वे घर जाने के लिए उन्मुख होती. कथा के दूसरे दिन इस प्रकार की घटना के खुलासे के साथ आयोजकों ने भी अपने स्तर पर सतर्कता बढ़ाने की बात कही है.

पुलिस ने दिए टिप्स
बलौदाबाजार पुलिस ने धार्मिक आयोजन में भक्ति भाव के साथ उपस्थिति दर्ज कराने के लिए आ रहे श्रद्धालु समूह से खास तौर पर महिलाओं से कहा है कि वे मूल्यवान आभूषणों या अन्य सामान को लेकर बेहद सतर्क रहें. यथासंभव ऐसी चीजें को धारण करने अथवा उनके प्रत्यक्ष प्रदर्शन से बचने का प्रयास करें. अगर महंगे आभूषण आपने पहने हैं तो कोशिश यह होनी चाहिए कि कपड़े के साथ उन्हें सेफ्टीपिन से अटैच कर लिया जाए. इस स्थिति में अपनी घटना होने पर उसकी भनक तुरंत लग सकेगी और शातिर तत्व हतोत्साहित सकेंगे और साधारण सी कोशिश करने से अच्छे आयोजन की प्रतिष्ठा भी कायम रहेगी.