शब्बीर अहमद, भोपाल। वाहनों को किराए पर लेकर उनका किराया मालिकों को नहीं देने और फर्जी कागजात बनाकर उन्हें बेचने वाले 12वीं पास मास्टर माइंड समेत तीन लोगों को भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। भोपाल पुलिस ने तीन दिन की कड़ी मशक्कत के बाद मुख्य आरोपी वरूण बंसल उर्फ राहुल बंसल को इंदौर से गिरफ्तार किया। आरोपी ने दो साल में 2 अलग-अलग कंपनियां बनाकर करोड़ों का टर्न ओवर कर लिया था। कंपनी में 48 करोड़ रुपए के 200 लक्जरी वाहन अटैच था। आरोपी अपने साथियों के साथ मिलकर 55 से ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बनाया। मामले में एक आरोपी अब भी फरार है।
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एमपी नगर पुलिस ने कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि 17 फरवरी को फरियादी राजा पारोछिया ने शिकायत की थी कि टेक्सिडो इंडिया प्राईवेट लिमिटेड (Texido India Private Limited) के रविकान्त विश्वकर्मा, वरुण उर्फ राहुल वंसल, सतेन्द्र भदौरिया, व राहुल शर्मा ने अनुबंध कर वाहन स्वामियों से वाहन किराये पर लिए थे। लेकिन तीनों ने कभी भी अनुबंधानुसार किराया राशि का भुगतान नहीं किया। इतना ही इन लोगों ने वाहनों को धोखाधड़ी कर दूसरे को बेच दिया। शिकायत पर पुलिस ने धारा 406,420,120बी के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई थी।
इस तरह गिरफ्त में आया आरोपी
आरोपी वरूण घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा था। किराये का मकान छोड़ दिया। मोबाइल नम्बर बंद कर दिया। साथ ही ऑफिस बंद कर दिया था। हालांकि वाट्सएप पर कुछ साथियों से और बहन से बातें करता था। बहन को 1.25 लाख रुपए का मोबाइल भी खरीद कर दिया था। इसका सीडीआर में बी पार्टी के एनालिसिस से एक नम्बर पुलिस को ऐसा मिला जो वरूण बंसल की बहन एवं प्रकरण के अन्य संबंधित लोगों से लगातार बातचीत कर रहा था। जिससे इस नम्बर के आरोपी का होने का शक हुआ। इस नम्बर की सीडीआर निकालकर उसकी लोकेशन निकलवाकर आरोपी का रात्रि के लोकेशन की पड़ताल की गई तो पिछले 7-8 दिनों से गुजरात बड़ौदा में मिली। इसके बाद थाना एमपी नगर की टीम भेजकर 3 दिन गुजरात में रहकर नजर रखी। तीन दिन की मेहनत के बाद गौत्री जिला बड़ौदा से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अपने माता-पिता दादी के साथ मिलकर 3 माह से बड़ौदा में समौसे/पेठे (पुश्तैनी व्यापार) ठेला लगाकर किराये के मकान में रह रहा था।
इस तरह करते थे ठगी
आरोपियों ने कुल 200 वाहन को टेक्सिडो इंडिया प्राईवेट लिमिटेड के नाम से लिया था। जिसमें सभी लक्सरी गाडिया थी जिन्हें भिण्ड, मुरैना, शिपपुरी , दतिया , ग्वालियर के लोगों को एग्रीमेन्ट करके देता था। वाहन उस क्षेत्र के प्रभावशाली नेताओं/अधिकारियों को देता था। प्रति वाहन 5-6 लाख रुपये एडवांस लेकर उनसे एग्रीमेन्ट करता था। इन रुपयों को भोपाल के गुलमोहर क्षेत्र के बर्तन, दवा, मिठाई व्यापारियों को 9 लाख रुपए देता था। 4 महीने में हर दिन 10 हजार रुपए के हिसाब से वापसी लेता था। जिसमें 3 माह में मूल रकम औ र 4 माह में ब्याज की रकम वापस आती थी । व्यापारियों से चैक लेना लिखापढी कर लेता था। पैसे की उघाई के लिये राहुल शर्मा नामक तथा चौथे माह में ब्याज की रकम वापस लेता था।
साल 2019 में सबसे पहले राहुल टूर एंड ट्रेवल्स (Rahul Tour And Travels)नाम से कंपनी थी। इसके तहत इंदौर से भोपाल वाहनों को चलवाता था। फिर 2020 में टेक्सिडों प्राईवेट लिमिटेड बनाया, जिसमें पत्नि एवं बहन को डायरेक्टर बनाया। जोन -1 एमपी नगर में मल्टीलेवल पार्किंग के सामने ऑफिस किराये से लिया था। साल 2021 में कंपनी का टर्न ओव्हर ज्यादा हो जाने से टेक्स बचाने के लिए साल 2021 में एक और कंपनी टेक्सिडो कार्स नाम से बनवाया, जिसमें डायरेक्टर राहुल शर्मा को रखा था ।
आरोपी का इतिहास
आरोपी वरूण बहुत शातिर था। लिखा पढ़ी अपने कर्मचारियों रविकांश विश्वकर्मा और राहुल परमार के नाम स करता था। आरोपी खुद 12वीं तक पढ़ा है लेकिन बहन को MBBS की पढाई करवाई है। पिताजी का ग्वालियर में सन 1969 से काफी प्रसिद्ध संस्थान पंछी पेठा नाम से दुका थी, जिसका काफी अच्छा व्यवसाय था। आसपास के क्षेत्र में दुकान का काफी नाम था। वरूण को शुरू से ही गाड़ियों का शौकिन था। तीन-चार महिनें में ही अपनी चार पहिया वाहन बदल लेता था। इकलौता पुत्र होने और व्यापार अच्छा होने के कारण पिताजी भी इसकी सभी इच्छाएं पूरी करते थे। हालांकि जब वरुण ने व्यवसाय संभाला तो अपनी शौकीन मिजाज के कारण व्यापार बैठता गया और ग्वालियर के फालिका बाजार स्थित 12 हजार स्क्वेयर फिट का मकान 5 करोड़ रुपए के कर्जे में फंसकर पीएनबी. बैंक ने नीलाम कर दिया। फिर परिवार किराये के मकान में आ गया। इसी दौरान वरुण की संगत ग्वालियर के अपराधी पेशे के लोगों से हुई, जिससे उसने व्यापार के लिये ब्याज पर काफी पैसा ले लिया जिसे चुकाने के लिए साल 2018 में वरूण इंदौर चला गया। वहां भी पुश्तैनी व्यापार पेठा विक्रय करने का किया लेकिन इंदरगंज थाना ग्वालियर में एक 420 के मामले में पकड़े जाने पर वह व्यवसाय भी ठप हो गया था।
इसके बाद भोपाल आ गया। यहां होशंगाबाद रोड स्थित गोल्डन वैली कॉलोनी में किराये से कमान लेकर टेक्सी का व्यापार किया जो अच्छा चल निकला। शुरुआत में 50 गाड़ियों से प्रारंभ कारोबार 200 गाड़ियों तक पहुंच गया। लालच के चक्कर में वाहनों को आगे एग्रीमेन्ट में प्रभावशाली व्यक्तियों को देकर उनसे एक मुश्त रुपए लेकर ब्याज पर व्यापरियों को दिया। कोरोना काल में ब्याज का पैसा वापस नहीं आया तो वाहन मालिकों की नियमित किस्त उनतक नहीं पहुंची और धीरे-धीरे वाहन मालिकों ने पुलिस को शिकायत करना शुरू किया। तब वरूण ने करीब 50 वाहन उनके मालिकों को लौटा दिए। थाना एमपी नगर में वरूण व उनके साथियों के खिलाफ करीब 60 आवेदकों ने शिकायत की। इनमें करीब 80 वाहन (चार पहिया) के सम्बंध में शिकायत हुई (कुछ वाहन मालिकों ने 2-3 वाहन भी लगाये थे ) जिनमें से 70 चार पहिया वाहन जब्त हो चुके हैं।
कब कौन गिरफ्तार
1.आरोपी रविकांत विश्वकर्मा पिता इमरत सिंह विश्वकर्मा उम्र 31 साल निवासी एल ए – 59 हाउसिंग बोर्ड कैंपस कोटरा सुल्तानाबाद भोपाल को दिनांक 21 फऱवरी 2022 को भोपाल से गिरफ्तार किया गया ।
2. आरोपी सतेन्द्र भदौरिया पिता राजेश भदौरिया उम्र 29 साल निवासी गली नं. 03 वार्ड क्र. 01 भिंड मप्र को दिनांक 23 मई 2022 को भिंड से गिरफ्तार किया गया ।
3. वरूण बंसल उर्फ राहुल बंसल पिता योगेश बंसल उम्र 32 साल नि. 14 शालीमार पार्क , कोलार हाल – भायली , प्रथम विस्टा म.नं. 35 बडौदा गुजरात को दिनांक 3 जून 2022 को गुजरात से गिरफ्तार किया गया।
4.राहुल शर्मा पुत्र चंपालाल शर्मा नि. प्लाट नं. 228 तृत्तीय तल जोन 01, एम.पी. नगर भोपाल फरार
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