रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए जारी की गई बीजेपी की 77 नामों की पहली सूची में एक मंत्री, दो संसदीय सचिवों समेत 13  विधायकों की टिकट काट दी गई है. दुर्ग ग्रामीण से विधायक रही मंत्री रमशीला साहू की टिकट काटकर जागेश्वर साहू को दी गई है. हालांकि पहले चर्चा इस बात को लेकर थी कि रमशीला पीसीसी चीफ भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन से चुनाव लड़ सकती हैं. पैनल में उनका नाम शामिल किया गया था. केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के एक दिन दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई बैठक में जब मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह समेत संगठन नेताओं ने रमशीला के नाम पर चर्चा की, तब शाह ने अपनी रिपोर्ट के आधार पर मंत्री की टिकट काटने का फैसला किया. बताते हैं कि इस रिपोर्ट में मंत्री का परफारमेंस बेहतर नहीं आंका गया था. ऐसे में ऐनवक्त पर उनकी टिकट काट दी गई और जागेश्वर साहू की लाटरी लग गई.

इधर चंद्रपुर विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव के मामले में सामने आ रही जानकारी के मुताबिक उनकी सक्रियता पर सवाल खड़े किए जा रहे थे. चूंकि युद्धवीर जूदेव परिवार से जुड़े हैं, लिहाजा संगठन ने उनकी जगह उनकी पत्नि संयोगिता सिंह जूदेव को चुनाव लड़ाए जाने पर सहमति जताई. चंद्रपुर से संयोगिता को बीजेपी का प्रत्याशी बनाया गया है.

इधर लैलूंगा से सुनीति राठिया, कुनकुरी से रोहित साय और जशपुर से राजशरण भगत को लेकर भी तमाम सर्वे रिपोर्ट में बेहतर स्थिति नहीं आंकी गई. बीजेपी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह ने अपने दौरे के दौरान भी स्थानीय स्तर पर विधायकों के पक्ष में सकारात्मक रिपोर्ट नहीं दी थी, लिहाजा उनकी जगह चेहरे बदल दिए गए. बेलतरा सीट से बद्रीधर दीवान को उम्रदराज होने के आधार पर टिकट नहीं दी गई, हालांक चर्चा थी कि उनके बेटे को बीजेपी टिकट दे सकती है, लेकिन इन कयासों पर विराम लग गया और बेलतरा से रजनीश सिंह को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बनाया है.

बिंद्रा नवागढ़ से विधायक और संसदीय सचिव गोवर्धन मांझी, तखतपुर से राजू क्षत्रीय, खल्लारी से चुन्नीलाल साहू और सक्ती से खिलावन साहू के खिलाफ स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं की ओर से मिले फीडबैक को आधार बनाकर टिकट काटा गया है. अंतागढ़ विधायक भोजराज नाग बीजेपी के 12 वें खिलाड़ी साबित हुए थे, चूंकि अंतागढ़ सीट से विक्रम उसेंडी बीजेपी के सबसे मजबूत चेहरे हैं, लिहाजा संगठन ने तय किया कि उन्हें चुनाव लड़ाया जाएगा.

टिकट कटने में एक चौंकाने वाला चेहरा नवीन मारकंडेय का रहा. नवीन संगठन नेताओं की पहली पसंद रहे हैं, लेकिन चर्चा है कि आरंग की सियासी स्थिति को देखते हुए संगठन ने उनकी जगह संजय ढीढी को टिकट दी है.

पूर्व विधायकों को टिकट फार्मूले के तहत !

पूर्व विधायक और पिछले चुनाव में हार का सामना करने वाले चेहरों की लाटरी लगी है. बीजेपी के आला सूत्र बताते हैं कि संगठन ने एक नए फार्मूले के तहत  को टिकट देने का फैसला किया है. इनमें चंद्रशेखर साहू, संजय ढीढी, नारायण चंदेल, रजनी त्रिपाठी, नंदे साहू, अनुराग सिंहदेव, ननकीराम कंवर, कृष्णमूर्ति बांधी, कोमल जंघेल, सुभाऊ कश्यप के नाम शामिल हैं.