अजय शर्मा,भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) से पहले भारतीय जनता पार्टी में उन नेताओं (BJP leaders) की पूछपरख बढ़ने वाली है, जो हासिए पर चले गए हैं या उन्हें संगठन ने घर बैठा दिया है. पार्टी में नाराज चल रहे इन नेताओं को मनाने के लिए संगठन ने 3 पूर्व प्रदेशाध्यक्ष समेत 14 नेताओं को जिलों में उतार दिया है. ये नेता 15 अप्रैल तक जिलों में घूमकर पार्टी के नाराज नेता और कार्यकर्ताओं से संवाद कर संगठन को रिपोर्ट सौंपेंगे. इससे पहले हासिए पर चल रहे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा को मनाने के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा 26 मार्च को भोपाल प्रवास के दौरान उनके निवास पर पहुंचे थे.

शुरूआत जेपी नड्डा ने प्रभात झा को मनाकर की

भाजपा ने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद राकेश सिंह को रूठों को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी है. खास बात यह है कि मप्र भाजपा के मौजूदा संगठन में घर बैठा दिए गए ज्यादातर नेताओं ने तोमर, प्रभात और राकेश सिंह के साथ काम किया है. यही वजह है कि इन्हें भी रूठों से संवाद करने का काम दिया गया है.

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हालांकि माया सिंह, जयभान सिंह पवैया, कृष्णमुरारी मोघे भी भाजपा में खुद हासिए पर चले गए है. पार्टी ने इन्हें भी रूठों को मनाने का काम दिया है. इसके अलावा सरकार के वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव, कैलाश विजयवर्गीय, माखन सिंह, सत्यनारायण जटिय, फग्गन सिंह कुलस्ते, लाल सिंह आर्य, सुधीर गुप्ता और राजेन्द्र शुक्ल को भी रूठों का मनाने का काम सौंपा है. ये नेता पूर्व नगर पालिका अध्यक्षों, पार्टी की जिला इकाइयों के पूर्व अध्यक्षों, पूर्व विधायकों, पूर्व संसद सदस्यों और अन्य लोगों के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद संगठन को रिपोर्ट सौंपेंगे.

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भाजपा हाईकमान को जानकारी मिली थी कि भाजपा का कार्यकर्ता असंष्ठ है, उसकी पूछपरख नहीं हो रही है. इसके बाद असंतुष्टों को मनाने का जिम्मा सौंपा गया है. जिसकी शुरूआत भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा केा मनाकर की है.

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इन नेताओं को मिली मनाने की जिम्मेदारी

नरेंद्र सिंह तोमर: इंदौर, भोपाल, सीहोर
राकेश सिंह: नर्मदापुरम, बैतूल, मंडला
प्रभात झा: खरगोन, बुरहानपुर
गोपाल भार्गव: छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी
कैलाश विजयवर्गीय: जबलपुर, धार, रीवा, सतना
जयभान सिंह: पवैया उज्जैन, शाजापुर, देवास
माखन सिंह: गुना, शिवपुरी, श्योपुर
कृष्ण मुरारी: मोघे विदिशा, रायसेन, सागर
सत्यनारायण जटिया: रतलाम, मंदसौर, नीमच
फग्गन सिंह कुलस्ते: झाबुआ, अलीराजपुर
माया सिंह: राजगढ़, नरसिंहपुर, दतिया
लाल सिंह आर्य: टीकमगढ़, कटनी, पन्ना, छतरपुर
सुधीर गुप्ता: ग्वालियर, भिंड, मुरैना
राजेन्द्र शुक्ल: सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल

कांग्रेस ने साधा निशाना

बीजेपी के 14 नेताओं की टीम बनाने पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी पूरे विश्व में अपनी मेंबरशिप का ढिंढोरा पिटती है और अबकी बार 200 बार का नारा देती है, तो उन्हें असंतुष्ट नेताओं मनाने की जरूरत क्यों पड़ी रही है. यह अपने आप में कुछ गड़बड़ झाला है, उसका संकेत दे रहा है. दूर के ढोल सुहावने होते हैं वही हाल आज भाजपा का है.

बीजेपी में संतुष्ट असंतुष्ट कुछ नहीं होता- रामेश्वर शर्मा

बीजेपी में असंतुष्ट नेताओं को मनाने के लिए मिली वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि बीजेपी में संतुष्ट असंतुष्ट कुछ नहीं होता, हमारे यहां परिवार भाव है सब परिवार की तरह रहते हैं. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय संगठन से जुड़े पदाधिकारी भी बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से संवाद करते हैं. कांग्रेस में आपने कभी नहीं सुना होगा कि कोई बड़े पदाधिकारी बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं से बात कर रहे हैं. यही कारण है कि तमाम बड़े नेताओं को अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है उन क्षेत्रों में जाकर इन नेताओं को बात करनी होगी तो वहां की परेशानियों को समझना होगा.

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