नई दिल्ली . कांग्रेस के नेतृत्व में 14 विपक्षी पार्टियां जांच एजेंसियों (ED और CBI) के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं. वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने मामला चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के सामने रखा.

विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा इन एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ के समक्ष वरिष्ठ अभिषक मनु सिंघवी ने इस मामले का उल्लेख किया. याचिका में विपक्षी दलों ने गिरफ्तारी, रिमांड और जमानत पर कानून लागू करने वाली एजेंसियों और अदालतों के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित करने की मांग की है.

ये दल सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा गिरफ्तारी पूर्व और गिरफ्तारी बाद दिशा निर्देशों का पालन किए जाने का अनुरोध कर रहे हैं. सिंघवी ने कहा, ‘‘95 फीसदी मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ हैं. हम गिरफ्तारी पूर्व और गिरफ्तारी के बाद दिशा निर्देशों की मांग कर रहे हैं.

5 अप्रैल को सुनवाई

पीठ ने द्रमुक, राजद, भारत राष्ट्र समिति और तृणमूल कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता एएम सिंघवी की दलीलों पर ध्यान दिया और कहा कि याचिका पर 5 अप्रैल को सुनवाई की जाएगी. सिंघवी ने कहा कि गिरफ्तारी और बेल पर कोर्ट दिशानिर्देश तय करे. उन्होंने आरोप लगाया कि लगातार विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है.