देहरादून. प्रदेश में बारिश का कहर जारी है. खराब मौसम के चलते केदारनाथ यात्रा को भी रोक दिया गया है. इस बीच कई दर्शनार्थी यात्रा मार्ग में फंस गए हैं. SDRF के जवान लगातार लोगों को रेस्क्यू कर रहे हैं. करीब 450 यात्रियों को सकुशल सोनप्रयाग पहुंचाया गया है. अब तक 2200 से ज्यादा फंसे हुए यात्रियों को निकाला जा चुका है.

वहीं राज्य में आपदा को लेकर सीएम धामी लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. पीएम मोदी भी लगातार जानकारी ले रहे हैं. पीएम कार्यालय ने पूरी वस्तुस्थिति की जानकारी ली है. रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स के विमान भेजे गए हैं. चिनूक, एमआई 17 को बचाव कार्य के लिए रवाना कर दिया गया है. साथ ही 3 टैंकर भी भेजे गए हैं. इधर सीएम के अनुरोध पर पीएमओ ने सहायता का आश्वासन दिया है.

14 लोगों की मौत

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो प्रदेशभर में पिछले 24 घंटे में वर्षा संबंधी घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 10 लोग घायल बताए जा रहे हैं. देहरादून में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, नैनीताल जिले के हल्द्वानी में एक बच्चे के नाले में बहने की भी सूचना है. जिसकी तलाश की जा रही है. बुधवार रात करीब साढ़े नौ बजे भारी बारिश से गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते पर भीमबली में 20-25 मीटर का मार्ग बह गया. पहाड़ों से बड़े-बड़े पत्थर भी गिरे हैं. जिससे जगहों पर रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं.

केदारनाथ यात्रा स्थगित

जानकारी के मुताबिक केदारनाथ पैदल मार्ग में कई जगह भूस्खलन होने से यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केदारनाथ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है. इस संबंध में रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से यात्रियों को एक परामर्श जारी कर कहा गया है कि केदारनाथ दर्शनों के लिए रुद्रप्रयाग तक पहुंचे तीर्थयात्री फिलहाल जहां हैं, वहीं सुरक्षित रुके रहें. प्रशासन की ओर से लोगों को हिदायत दी जा रही है कि इस समय सोनप्रयाग से आगे मोटरमार्ग और पैदल मार्ग की स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं है. मार्ग सही होने और यात्रा के सुचारू होने की सूचना बाद में दी जाएगी.

रजिस्ट्रेशन भी स्थगित

बता दें कि मौसम विभाग की ओर से जारी बारिश के रेड अलर्ट के चलते यात्रा को जारी रखने का निर्णय अब डीएम लेंगे. आयुक्त गढ़वाल मंडल ने इस संबंध में निर्देश दे दिया है. वहीं बारिश को देखते हुए हरिद्वार और ऋषिकेश में पंजीकरण केंद्र में रजिस्ट्रेशन भी स्थगित कर दिया गया है. बारिश की वजह से कई नदियां उफान पर हैं. स्थिति को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है.