प्रदीप गुप्ता, कबीरधाम. ज्ञानपुर में दबंगों ने गांव में होने वाले मातरमड़ई में बलि के लिए करीब पंथी के लोगों द्वारा चंदा नहीं दिया गया. जिस पर गांव के कुछ दबंग लोगों ने इन 15 परिवारों को निष्कासित कर दिया था. अब पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच सुलह करा ली है. ये मामला साल 2017 का है. जब परिवार को निष्कासित किया गया था. LALLURAM.COM ने इस मामले लगातार प्रमुखता से उठाया था.

ये था पूरा मामला

बता दें कि मातर मड़ई में चंदा नहीं देने पर गांव के दबंगो ने कबीर पंथ के 15 परिवारों को निष्कासित कर दिया है. साथ ही ये फरमान जारी किया गया है. यदि कोई इन निष्कासित परिवारों से बातचीत या किसी प्रकार का लेनदेन या व्यवहार रखता है तो उन्हें 10 हजार रुपये का अर्थदंड से दंडित किया जाएगा, ऐसे पीड़ित परिवार के बचाव में कबीर पंथ सामने आया है. अब ऐसे में पीड़ित 15 परिवार के महिला और पुरुषों ने सामूहिक रूप से पुलिस में इन गांव वालों के दबंगों के खिलाफ शिकायत कर दी है.

दरअसल, जिले के ग्राम ज्ञानपुर में आयोजित मेलामड़ाई के अवसर पर बकराबलि की प्रथा है. जिसके लिए सभी ग्राम वासियों से चंदा वसूली की जाती है. लेकिन इस गांव में रहने वाले कबीरपंथी बलि प्रथा, जीव हत्या का विरोध करते हैं. कबीरपंथ में बलि प्रथा वर्जित है. जिसके कारण बली के लिए कबीरपंथ के मानने वाले परिवारों ने बलि के लिए चंदा देने से मना कर दिया. तब गांव के दबंगों ने बलि के लिए चंदा नहीं देने वाले ऐसे कबीरपंथी 15 परिवारों को गांव से निष्कासित करने का फरमान जारी कर दिया. साथ ही अब गांव में कोई निष्कासित परिवार से किसी प्रकार का व्यवहार बातचीत लेनदेन करते पाया जाता है, तो उन्हें नियम के मुताबिक 10 हजार रुपये अर्थ ढंग से दंडित भी किया जाएगा. जिसके चलते अब गांव के लोग इन निष्कासित परिवारों से ना तो बातचीत करते हैं ना लेनदेन और ना ही व्यवहार. यहां तक कि दुकानदार भी इन्हें समान नहीं बेच रहे.

हालात ये है कि अब इन्हें अपने आवश्यक गृहस्थी सामान अन्य सामान गांव से खरीदना पड़ता है. ग्रामीणों की माने तो एक ही परिवार जिन्होंने चंदा दे दिया है और जिन्होंने चंदा नहीं दिया है, उन्हें भी अपने भाई बंधुओं रिश्तेदारों से बात करने की मनाही है. ऐसे में अब वे एक ही परिवार रिश्तेदार होने के बावजूद एक दूसरे से अलग हो गए हैं. अब ऐसे में निष्कासित 15 परिवार महिला और पुरुष गांव में दबंगों द्वारा की जा की जा रही दबंगई के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर गांव में एकता और सामंजस्य बनाने की गुहार लगा रहे हैं.