रायपुर. कांग्रेस के महाधिवेशन से पहले सियासत उबाल पर है. कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा को पुलिस ने एयरपोर्ट पर रोक लिया. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया है. उनकी गिरफ्तारी पर कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गिरफ्तारी पर सवाल खड़ा किया है. साथ ही यह भी कहा कि, मोदी जी का अहंकार सब सीमा पार कर चुका है. वो कांग्रेस के महाअधिवेशन में लगातार झूठे प्रपंच और अड़ंगे लगा रहे हैं. कभी हमारे लोगों पर ईडी की रेड करते हैं, कभी सीबीआई भेज देते हैं. अब पूरे जहाज को रोक लिया है.

एयरपोर्ट पर रोके जाने को लेकर कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, आज हम सब कांग्रेस के महाधिवेशन के लिए रायपुर जा रहे थे. यकायक पवन खेड़ा को यह कहकर रोका गया कि, आपका बैग रह गया है. जबकि उनके पास कोई बैग है ही नहीं. आखिर में पुलिस आई और कहती है कि, असम पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज की है. जिसके बाद हमने कहा गिरफ्तार कर लीजिए.

आगे उन्होंने कहा, हमने मजिस्ट्रेट का प्रोडक्शन वारंट और गिरफ्तारी का लिखित आर्डर मांगा. ना उनके पास मजिस्ट्रेट का वारंट है ना ही गिरफ्तारी का आर्डर है. ये बिल्कुल गैर कानूनी है. दिल्ली पुलिस और असम पुलिस ने जबरदस्ती रोक रखा है. हमें महाधिवेशन में जाने से रोक रहे हैं. कहते हैं कि सब कुछ मुंह जुबानी है जो हेमंत विश्व शर्मा ने दिया है. हेमंत विश्व शर्मा कोई भगवान है जो मुंहजुबानी आर्डर पास कर देगा. हमने कहा आप लिख के दीजिए कि असम पुलिस पवन खेड़ा को गिरफ्तार करना चाहती है तो आप ले जाइए. हम कानून का अनुपालन करेंगे. पूरे प्लेन को जबरदस्ती रोक रखा है. इससे ज्यादा गैरकानूनी की बाद देश की राजधानी में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खुद अगर पुलिस करवा रही है तो देश में ना प्रजातंत्र बचेगा और ना कानून तंत्र बचेगा.

आगे उन्होंने कहा, ना वे केस बता रहे, ना वो एफआईआर बता रहे, ना पुलिस स्टेशन बता रहे, ना ही गिरफ्तारी का आर्डर दे रहे और ना ही प्रोडक्शन वारंट बता रहे. तो क्या है हमें क्यों रोक रखा है. आप किसी जहाज को चलते हुए कैसे रोक सकते हैं. अगर पुलिस ही कानून व्यवस्था में व्यवधान डालेगी तो कानून की रक्षा कौन करेगा.

आगे उन्होंने यह भी कहा कि, ये गैरकानूनी तरीके से पवन खेड़ा की गिरफ्तारी करना चाहते हैं. हमने कहा कॉपरेट करेंगे. आप 2 लाइन लिख के दीजिए, हम गिरफ्तार करना चाहते हैं. दिल्ली पुलिस कहती है कि, हमारे पास तो कोई केस ही नहीं है. हमने कहा किससे पास केस है तो पुलिस ने बताया असम पुलिस के पास केस है. जिसके बाद हमने पुलिस की एफआईआर मांगी तो दिल्ली पुलिस ने कहा, हमारे पास कोई एफआईआर नहीं है.

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