रायपुर। राजधानी स्थित एसएमसी हार्ट इंस्टीटयूट एण्ड आइवीएफ रिसर्च सेंटर ने अपनी कुशल प्रबंधन टीम, किफायती और भरोसेमंद चिकित्सा पद्धति के दम पर आमजनों का विश्वास जीत है. इसी का प्रतिफल है कि अस्पताल का एक और विस्तार एसएमसी सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल के रूप में होने जा रहा है. नवनिर्मित अस्पताल का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 22 फरवरी को शाम 6.30 बजे करेंगे.

एसएममी हार्ट इंस्टीटयूट एण्ड आइवीएफ रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर सुप्रसिद्ध वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सतीश सूर्यवंशी ने बताया कि पांच साल पहले हमने 50 बिस्तर के साथ इस अस्पताल की स्थापना की थी. उसके बाद से सफलता के कई कीर्तिमान बनाने के साथ हमने मरीजों का भरोसा भी जीता है. डॉ सूर्यवंशी सालों तक एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. विगत 5 वर्षों में हॉस्पिटल में 5000 एंजियो प्लास्टी, 2000 कार्डियक सर्जेंटी एवं एक साल से कम उम्र के बच्चों की चिरायु योजना के अंतर्गत 300 जटिल कार्डियक सर्जंटी सफलतापूर्वक किया है. राज्य का एकमात्र संस्थान जहाँ टोटा एब्लेशन एथेक्टॉमी की सुविधा उपलब्ध है. ये संस्थान राज्य स्तर पर जटिल एंजियोप्लास्टी के लिए जाना जाता है.

एमएमसी सुपर स्पेशियालिटी 150 बिस्तरों के हॉस्पिटल की शुरूआत होने 22 फरवरी को होने जा रही है. इसमें मरीजों को आईवीएफ रिसर्च के साथ-साथ विश्व स्तटीय सुविधाओं से युक्त मल्टीस्पेशलिटी कार्डियक, हाई रिस्क ऑब्स्टेट्रिक, गाडनी. जनरल मेडिसिन, सर्जी, जनरल न्यूटो सर्जटी, ट्रामा, ज्यूटोलॉजी, ऑर्थोपेडिक सर्जरी, नेफोलॉजी, यूरोलॉजी, गॅस्ट्रोएटटोलॉजी, इंटेंसिव केयर, फिजियोथेरेपी एवं डायटेटिक्स सेंटर की सुविधाएं मिल सकेंगी.

सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल में अत्याधुनिक तकनीक से तैयार 4 मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर उपलब्ध है. हॉस्पिटल में आने वाले दिनों में किडनी ट्रांसप्लांट, ज्वाईन्ट रिप्लेसमेंट एवं लीवर ट्रांसप्लांट की भी सुविधा उपलब्ध को उपलब्ध होगी. इसके अलावा महिलाओं को निःसंतानता से निजात दिलाने के लिए आईवीएफ सुविधाओं के साथ सभी गायनी प्रक्रियाएं अस्पताल में उपलब्ध है. यहां पर हाई रिस्क प्रेगनेन्सी और आईवीएफ चिकित्सा में डिलीवरी कराई जाती है.

इसके अलावा अस्पताल प्रबंधन ने अत्याधुनिक कलर डॉपलर, इकोकार्डियोग्राफी और स्ट्रेस इको डिजिटाइज्ड मशीनों पर आयोजित होल्टर मॉनिटरिंग और 24 घंटे एंबुलेंस वीपी मॉनिटरिंग के साथ साथ उच्च रक्तचाप, मधुमेह जैसे उच्च जोखिम वाले प्रसूति और स्त्रीरोग का इलाज भी हो सकेगा. हॉस्पिटल में डायरेक्टर डॉ सतीश सूर्यवंशी के अलावा डॉ एमएस मोहंती, डॉ अजय चौरसिया, डॉ प्रजा सूर्यवंशी, डॉ ममता दास अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

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