अजयारविंद नामदेव, शहडोल। आपने लोगों की अनोखी भक्ति से संबंधित अनेक खबरें पढ़ी-देखी और सुनी होगी। हम आपको एक एेसे दो बुजुर्ग से मिलवा रहे हैं, जो 1500 किमी दूर अपने भगवान के दर्शन करने पैदल और पट परिक्रमा करके जा रहे हैं। ये दोनों बुजुर्ग भक्त राजस्थान से जगन्नाथपुरी पैदल जमीन में पट परिक्रमा ( लेट लेटकर ) कर जा रहे हैं।

जी हां.. राजस्थान के माधोपुर जिले के ग्राम खंडीप निवासी 70 वर्षीय रामहंस अपनी 65 वर्षीय भाभी राम गिलास के साथ 29 अप्रैल को घर परिवार छोड़कर भक्ति के लिए राजस्थान से लगभग 15 सौ किलोमीटर पैदल जमीन में लेट लेटकर ( पट परिक्रमा ) करते हुए जगन्नाथपुरी जा रहे हैं। रविवार को ये दोनों  मध्य्प्रदेश के शहडोल पहुंचे। नगर में पहुंचने पर दोनों का लोगों ने स्वागत किया। इस दौरान  उनकी इस भक्ति को देख सभी हैरान रह गया।

भक्त राभ हंस रोजाना 5 से 6 किलोमीटर पैदल पट परिक्रमा कर यात्रा कर रहे हैं। इस दौरान जिस क्षेत्र से वे गुजरते हैं, वहां उन्हें लोग खुब मान सम्मान देते हैं। साथ ही उन्हें खाने पीने के सामान भी देते हैं। भगवान का नाम ले भक्ति भाव से वे निरंतर जगन्नाथपुरी के लिए जा रहे हैं। उनका कहना है कि जब वे भगवान का नाम लेकर यात्रा प्रारंभ करते हैं तो उन्हें सफर का पता नहीं चलता है। उनका हर काम आसान हो जाता है।