लाल किला सहित भारत की लगभग 26 प्राचीन इमारतों को यूनेस्को ने विश्व विरासत में शामिल किया है. लाल किले के बारे में कई तरह की बातें प्रचलित है. कहते हैं कि इतिहास वही लिखता है, जो जीतता है या जो शासन करता है. लाल किला किसने बनवाया था?
दिल्ली का लाल किला मुगल बादशाह शाहजहां ने बनवाया था. उन्होंने इसे अपनी राजधानी, शाहजहांनाबाद का शाही महल बनाया था. इस किले को बनाने में दस साल लगे, 1638 से 1648 तक. यह किला ताकत की निशानी था.
ऐसी मान्यता है कि लाल किले को पहले मुगल लोग लाल किला नहीं लाल हवेली कहते थे. क्यों? कुछ इतिहासकारों के अनुसार इसे लालकोट का एक पुरातन किला एवं हवेली बताते हैं जिसे शाहजहां ने कब्जा करके इस पर तुर्क छाप छोड़ी थी.
दिल्ली का लालकोट क्षेत्र हिन्दू राजा पृथ्वीराज चौहान की 12वीं सदी के अंतिम दौर में राजधानी थी. लालकोट के कारण ही इसे लाल हवेली या लालकोट का किला कहा जाता था. बाद में लालकोट का नाम बदलकर शाहजहानाबाद कर दिया गया.
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19वीं सदी में, अंग्रेजों ने उत्तर भारत में अपनी पकड़ मजबूत कर ली. 1803 में उन्होंने दिल्ली पर कब्जा कर लिया. उनका अगला निशाना लाल किला था, जहां उस समय शाही परिवार रहता था. 1857 की क्रांति के दौरान, यह किला अंग्रेजों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो गया. वे यहां से विद्रोह को कुचलने की योजना बना रहे थे. बादशाह बहादुर शाह जफर लाल किले से ही क्रांतिकारियों का नेतृत्व कर रहे थे.
अंग्रेजों ने जब मुगल बादशाह को हटाया तो लाल किले को अपने सैनिकों के रहने की जगह बना लिया. अंग्रेजों ने लाल किले पर कब्जा करके वहां की कई खूबसूरत कलाकृतियों को नष्ट किया. ऐसे में ऐतिहासिक रूप से लाल किला भारत के लिए महत्वपूर्ण रहा है, ऐसे में स्वतंत्रता दिवस पर यहीं झंडा फहराया गया.
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लाल क़िला, दिल्ली के ऐतिहासिक123 ,क़िलेबंद, पुरानी दिल्ली के इलाके में स्थित, लाल बलुआ पत्थर से निर्मित है. किले को “लाल किला”, इसकी दीवारों के लाल-लाल रंग के कारण कहा जाता है. इस ऐतिहासिक किले को वर्ष २००७ में युनेस्को द्वारा एक विश्व धरोहर स्थल चयनित किया गया था. भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित लाल किला (Lal Kila) देश की आन-बान शान और देश की आजादी का प्रतीक है. मुगल काल में बना यह ऐतिहासक स्मारक विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल है और भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. लाल किला के सौंदर्य, भव्यता और आर्कषण को देखने दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं और इसकी शाही बनावट और अनूठी वास्तुकला की प्रशंसा करते हैं.
लाल किले का महत्व
15 अगस्त के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री दिल्ली स्थित लाल किले पर तिरंगा फहराते हैं और देश को लाल किले की प्राचीर से संबोधित करते हैं. लाल किले का निर्माण 1638 से 1648 के बीच हुआ था.
पीएम मोदी फहराएंगे तिरंगा
15 अगस्त 2024 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर तिरंगा फहराएंगे. इस बार वे 11वीं बार तिरंगा फहराएंगे.
शाहजहां की खासियत
मुगल सम्राट शाहजहां ने लाल किले को अपनी राजधानी शाहजहांनाबाद के महल के रूप में बनवाया था. लाल किला और ताजमहल बनवाने वाले शाहजहां ने कई शानदार इमारतें बनवाईं. इनमें दिल्ली की जामा मस्जिद भी शामिल है.
पहली बार किसने फहराया तिरंगा
15 अगस्त, 1947 को लालकिले पर पहली बार तिरंगा फहराया गया था. प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने लालकिले से तिरंगा फहराया था.
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