Kashmir Tourism: पहलगाम हमले के बाद जम्मू कश्मीर में टूरिज्म काफी हद तक ठप्प सा पड़ गया था, जो लोग जा भी रहे थे वो भी ऐसी जगह देख रहे थे जहां सुरक्षा के इंतजाम हो। और उस दौरान कई जगहों को बंद भी कर दिया गया था। लेकिन अब जम्मू-कश्मीर से एक अच्छी खबर आई है! पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अब प्रशासन ने हालात को सामान्य करने की दिशा में कदम उठाना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने राज्य के 48 में से 16 फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स को फिर से खोलने का फैसला किया है। इस मौके पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पश्चिम बंगाल के पर्यटकों से कश्मीर घूमने की अपील की। उमर कहा कि इस दौरान उनको सुरक्षा प्रदान की जाएगी।

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उमर अब्दुल्ला ने की लोगों से की कश्मीर आने की अपील

कोलकाता में गुरुवार को एक यात्रा एवं पर्यटन मेले के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद मैं सभी की चिंता समझता हूं। लेकिन निश्चिंत रहें कि सरकार ने सुरक्षा संबंधी सभी कदम उठाए हैं, और हमले के बाद उस जगह पर गए लोगों पर भरोसा करें, बजाय उन लोगों पर जो बाहर बैठकर उस जगह को जाने बिना ही अपनी राय बना रहे हैं।

उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अमरनाथ यात्रा हो रही है और दावा किया कि जम्मू -कश्मीर के लिए सीधी उड़ानों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उमर ने कहा कि पर्यटन में तेज़ी लौट रही है। मैं इसे बढ़ावा देने के लिए इस कोलकाता आया हूं। उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर हम सुरक्षा ऑडिट कर रहे हैं। हम पर्यटकों को एक सुरक्षित और संरक्षित जगह देने के लिए काम कर रहे हैं।

पहलगाम हमले के बाद, पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट..

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 हमारे लिए आसान साल नहीं रहा। इस साल को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है- पहलगाम हमले से पहले, जब कश्मीर घाटी पर्यटकों से खचाखच भरी थी, और पहलगाम हमले के बाद, जब यह क्षेत्र पर्यटकों की संख्या में आई भारी गिरावट से उबरने की कोशिश कर रहा था।

उमर ने पश्चिम बंगाल सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग जम्मू-कश्मीर के साथ हैं। दोनों क्षेत्रों के बीच का रिश्ता ‘विश्वास और स्नेह’ समय के साथ आगे बढ़ता है। उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल राजनीतिक और आर्थिक दोनों ही रूपों में जम्मू-कश्मीर के साथ खड़ा है। हम साहसिक और गंतव्य पर्यटन की पेशकश करते हैं। जमीनी स्तर पर, एक नई शुरुआत की उम्मीद की हवा है।

ममता बनर्जी ने किया उमर अब्दुल्ला का निमंत्रण स्वीकार

वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने जम्मू-कश्मीर आने का उनका निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। पूजा उत्सव के बाद, मैं वहां जाने की कोशिश करूंगी। हम कश्मीर की मदद के लिए तैयार हैं। हमारे पर्यटकों को कश्मीर आना चाहिए; डरने की कोई बात नहीं है। सरकार को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी पर्यटकों को सुरक्षा प्रदान की जाए। यह हमारे राष्ट्र का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह बहुत खूबसूरत है। मैं कश्मीर की बहुत बड़ी प्रशंसक हूं। मुझे कश्मीर से प्यार है और यह मेरे सभी कश्मीरी भाइयों और बहनों के लिए मेरा दिल से प्यार है।

ममता ने कहा कि हम साथ मिलकर काम करेंगे

ममता ने कहा कि हम पर्यटन और तकनीकी शिक्षा विभाग में साथ मिलकर काम करेंगे। मैं उद्योगपतियों और पर्यटन क्षेत्र से अनुरोध करती हूं कि वे जम्मू-कश्मीर और पश्चिम बंगाल सरकारों के साथ मिलकर काम करें ताकि वे हमारे राज्य का दौरा कर सकें, और हम उनके राज्य का दौरा कर सकें। कुछ सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम भी होने चाहिए। हम कश्मीरी महिलाओं का हमारे पूजा उत्सव में आने और शामिल होने का स्वागत करते हैं।

पहलगम हमले में गई थी 26 पर्यटकों की जान

बता दें, इसी साल 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन मैदानों में हुए एक आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे।सरकार का कहना है कि धीरे-धीरे सब कुछ दोबारा खोला जाएगा। ये खबर खासतौर पर जम्मू-कश्मीर की टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए राहत लेकर आई है, जो हमले के बाद बुरी तरह से प्रभावित हुई थी। टूरिज्म यहां की अर्थव्यवस्था और पहचान का अहम हिस्सा है, और अब उसके फिर से पटरी पर लौटने की उम्मीद है। ये रही वो जगह जो फिर से वापस से खुल रही हैं और कश्मीर के सिर का ताज हैं:

गुलमर्ग: गुलमर्ग एक ऐसा हिल स्टेशन है जो पूरी दुनिया में अपनी शानदार स्कीइंग एक्टिविटी के लिए मशहूर है। यहां की गुलमर्ग गोंडोला (केबल कार) सर्दियों में एडवेंचर पसंद करने वालों को खूब पसंद आती है। अब ये जगह दोबारा टूरिस्ट के लिए खुल गई है।

पहलगाम: हाल ही में यहां आतंकी हमला हुआ था, लेकिन अब ये जगह भी फिर से टूरिस्ट का स्वागत करने के लिए तैयार है। पहलगाम अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है और हर साल होने वाली अमरनाथ यात्रा का बेस कैंप भी है।

सोनमर्ग: सोनमर्ग, जिसे “स्वर्ण घाटी” भी कहा जाता है, ट्रेकिंग करने वालों के लिए फिर से खुल चुका है। यहां के हरे-भरे मैदान और बहती नदियां नेचर लवर्स को खूब आकर्षित करते हैं।

भद्रवाह: डोडा जिले में बसा भद्रवाह एक शांत और खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहां की ठंडी हवा और हरी-भरी वादियां सुकून देने वाली होती हैं, जो भीड़भाड़ से दूर सुकून के पल ढूंढ रहे लोगों के लिए परफेक्ट है।

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