कोच्चि। केरल में क्रिसमस मनाने इकट्ठा हुए प्रवासी मजदूरों और पुलिस के बीच हुई झड़प के मामले में 162 मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस द्वारा सोमवार को दायर रिमांड रिपोर्ट में गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। एनार्कुलम के किझाक्कम्बलम में इंस्पेक्टर वी.पी. साजन पर जानलेवा हमला और 12 लाख रुपये की सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट किया गया है।
घटना शनिवार रात क्रिसमस कैरल म्यूजिक टीम को लेकर हुए विवाद के बाद हुई। किजक्कम्बलम में एक प्रमुख निजी उद्योग के लिए काम कर रहे लगभग 500 ‘गेस्ट वर्कर्स’ एक-दूसरे के खिलाफ भिड़ गए।
पुलिस मौके पर पहुंची और पथराव कर रहे कार्यकर्ताओं की भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया, जिन्होंने पुलिस पर पथराव और रॉड से हमला किया। इस दौरान पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कार्यकर्ताओं ने पुलिस की दो जीपों में भी आग लगा दी। पुलिस की एक मजबूत टुकड़ी मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया।
पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार लोगों को एनार्कुलम और त्रिशूर की विभिन्न जेलों में रखा जाएगा। इस बीच, सोशल मीडिया पर कई लोग मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की ‘गेस्ट वर्कर्स’ शब्दावली गढ़ने की आलोचना कर रहे हैं।
किझाक्कम्बलम में स्थानीय लोग सोमवार को जगह-जगह जमा हुए और कहा कि ये प्रवासी मजदूर ‘एक खतरा बन गए हैं’। स्थानीय लोगों के एक समूह ने कहा, “ज्यादातर समय वे आपस में लड़ते हैं और रविवार या छुट्टियों के दिन वे पीने के बाद समस्या पैदा करते हैं। हालात ठीक नहीं हैं।”
पिछले साल मार्च में कोविड महामारी फैलने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा ‘गेस्ट वर्कर्स’ (प्रवासी मजदूर) शब्द गढ़ा गया था। महामारी फैलने तक राज्य में लगभग 1.6 मिलियन प्रवासी श्रमिक थे। महामारी के दौरान, विजयन सरकार ने उनके लिए विशेष शिविर खोले और उनमें से लगभग 4 लाख को लगभग 17,000 शिविरों में रखा गया।