मुंबई। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में खेतों में  इस्तेमाल करने वाले कीटनाश की वजह से हजारों किसानों की जान पर बन आई है. कीटनाशक की वजह से पिछले दो महीने में 18 खेतिहर मजदूर और किसानो की मौत हो चुकी है. 700 किसानों का इलाज अभी भी अस्पताल में चल रहा है. कीटनाशक की वजह से 25 लोगों की आंखों पर बुरा असर पड़ा है.

महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की जांच के लिए मंगलवार को एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है. इसकी जांच गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव करेंगे.  ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए सरकार ने छिड़काव के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले मास्क और दस्ताने देने और मृतक किसानों के परिजनों को 2- 2 लाख रुपये फौरी तौर पर मदद देने की भी घोषणा की गई है.

आपको बता दें कि यवतमाल जिले में इस बार 9 लाख हेक्टेयर में कपास लगाया गया है. इस बार बारिश भी अच्छी हुई और फिर धूप निकली थी. लेकिन इस बीच बीटी कपास पर बोलवर्म्स दिखाई देने लगे.

लोगों का कहना है कि इस बार किसानों ने चीनी स्प्रे पंप का खूब इस्तेमाल किया जिससे अधिक मात्रा में कीटनाशक का छिड़काव होता है. लेकिन स्प्रे करने के वक्त किसानों और मजदूरों ने मास्क या दस्ताने नहीं पहन रखे थे. जिसकी वजह से नाक और मुंह के जरिये जहर शरीर में चला गया.