दिल्ली पुलिस के 18 अफसरों और जवानों को उनकी बेहतरीन सेवाओं और खास योगदान के लिए इस साल स्वतंत्रता दिवस पर मेडल दिए गए हैं. इनमें तीन अधिकारियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक फॉर डिस्टिंग्विश्ड सर्विस और 15 पुलिसकर्मियों को पुलिस पदक फॉर मेरिटोरियस सर्विस से सम्मानित किया गया.
स्पेशल सीपी गरिमा भटनागर (IPS, 1994 बैच) ने अपने करियर में पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक को अपनाकर पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने का काम किया है. ट्रैफिक सिस्टम के मॉडर्नाइजेशन से लेकर पासपोर्ट और पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया तेज करने तक, उन्होंने कई अहम सुधार लागू किए. संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मिशन मैनेजर और चीफ के तौर पर भी उन्होंने शानदार काम किया.
डीजीपी चंडीगढ़ डॉ. सागर प्रीत हूडा (IPS, 1997 बैच) कानून-व्यवस्था और सामुदायिक पुलिसिंग में बेहतरीन पहल के लिए मशहूर हैं. दिल्ली में “परिवर्तन” अभियान से महिलाओं की सुरक्षा में सुधार लाने, गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का धरना शांतिपूर्वक हटवाने और पासपोर्ट/पुलिस वेरिफिकेशन का समय कम करने में अहम भूमिका निभाई.
एसआई सतेंद्र यादव 1995 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए और अब तक 50 से ज्यादा आतंकियों को पकड़ा है. अल-कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के बड़े ऑपरेशनों में शामिल रहे हैं. 2015 में गैलेंट्री मेडल भी मिल चुका है.
पुलिस पदक पाने वाले
डीसीपी अनयेश रॉय साइबर क्राइम और इकोनॉमिक ऑफेंस के मामलों में विशेषज्ञ. 1930 हेल्पलाइन शुरू करने में अहम भूमिका निभाई.
एसीपी वीरेंद्र सिंह सजवाण (रिटायर्ड) कई हाई-प्रोफाइल केस सुलझाए, जिनमें राजकुमारी जडेजा किडनैपिंग केस और जेएनयू सेडिशन केस शामिल हैं.
एसीपी विजय कुमार वत्स दंगे प्रभावित इलाकों में शांति बहाल करने और कानून-व्यवस्था संभालने में अहम योगदान.
एसीपी सूरज भान किसानों के आंदोलन से लेकर ट्रैफिक प्रबंधन तक, कई अहम मौकों पर शानदार काम किया.
एसीपी गुरकीरत सिंह कोहली आरटीआई मामलों और तकनीकी कामों में माहिर, कई धोखाधड़ी के मामलों में अहम जांच की.
एसीपी सपना गेडम लाजपत नगर ब्लास्ट और किडनैपिंग केस जैसे बड़े मामलों में काम, महिलाओं की सुरक्षा के लिए वन स्टॉप सेंटर बनाने में मदद की.
इंस्पेक्टर पवित्र सिंह लंबे समय तक कई अहम शाखाओं में काम, प्रशासनिक दक्षता के लिए पहचाने जाते हैं.
महिला इंस्पेक्टर सुनीता वायरलेस कम्युनिकेशन और तकनीकी दक्षता में माहिर, माहिर हैं, जिन्होंने कई जिलों में बेहतरीन सेवा दी.
इंस्पेक्टर अनिल कुमार सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में कई खतरनाक अपराधियों को पकड़ा, पकड़ा और कई गैंग खत्म किए.
एसआई (आर्मरर) रघुनाथ पवूर हथियारों की ट्रेनिंग और देखभाल में विशेषज्ञ, विशेषज्ञ हैं, जिन्होंने बड़े आयोजनों में ड्यूटी निभाई.
महिला एसआई सुमेला रावत CIPA और CCTNS प्रोजेक्ट की कोर टीम में शामिल, शामिल हैं, जो पुलिस के डिजिटल कामकाज में अहम भूमिका निभा रही हैं.
एसआई (माउंटेड) कृष्ण कुमार घुड़सवार गश्त और परेड में बेहतरीन सेवा दे रहे हैं.
महिला एसआई संतोष देवी पीसीआर, ट्रेनिंग और कानून की शिक्षा देने में योगदान दे रही हैं.
एसआई (माउंटेड) असीपाल सिंह घुड़सवार दस्ते में लंबे समय तक सेवा.
महिला एएसआई भावना अग्रवाल पुलिस के डिजिटल प्रोजेक्ट्स जैसे e-Sakshya, e-Forensic और CCTNS को लागू करने में अहम योगदान दे रही हैं.
इन सभी अफसरों और जवानों को उनके समर्पण, बहादुरी और पेशेवराना अंदाज के लिए सम्मानित किया गया है. है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह ये सभी मेडल पाने वाले न सिर्फ संगठन, बल्कि देश के लिए प्रेरणा हैं. हैं.
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