पंजाब के 18500 डिपो होल्डरों ने सरकार के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। डिपो होल्डरों का कहना है पंजाब सरकार मार्कफेड के माध्यम से आटे की सप्लाई करने जा रही है।

इस मुहिम की शुरुआत दो अक्तूबर से होगी। उन्होंने कहा कि ऐसा होता है तो पंजाब के डिपो होल्डर बेरोजगार हो जाएंगे। ऐसे में उन्होंने अब संघर्ष की राह पर जाने का फैसला लिया है।

15 सितंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-39 स्थित अनाज भवन के बाहर पूरे पंजाब से डिपो होल्डर जुटेंगे। पंजाब राशन डिपो होल्डर फेडरेशन के प्रधान सुखविंदर काजला ने बताया कि पंजाब सरकार उनके साथ धक्का कर रही है।

पहले जो केंद्र सरकार का गेहूं दो रुपये किलो दिया जाती था, उसे केंद्र सरकार ने अब फ्री कर दिया है। ऐसे में सरकार अब उसका आटा तैयार कर मार्कफेड के माध्यम से सप्लाई कर रही है। डिपो होल्डरों को 25 महीनों से कमीशन नहीं मिली है। इसके अलावा उनको कोई लाभ नहीं दिया जा रहा है। उनका कमीशन भी काफी कम है। वह मजबूरी में जीवन जी रहे हैं।