बीजापुर. नक्सल समस्या से बीते डेढ़ दशक से भी अधिक समय से बंद स्कूलों को चालू करने शिक्षा विभाग की कोशिशें अब रंग ला रही है. विभाग की कोशिशों की बदौलत जिले में 2019-20 से लेकर 2022-23 तक अस्थायी रूप से बंद हुए स्कूलों को शिक्षा विभाग की ओर से पुनः संचालित किया जा रहा है. 15 वर्षों से बंद पड़े 187 स्कूलों को पुनः संचालित किया गया है.

इस संबंध में डीईओ प्रमोद ठाकुर ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा विकासखंड स्तर के अधिकारियों एवं स्थानीय प्रचार तंत्र के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया. शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया. नटीजतन अंदरूनी स्कूलों में लगभग 7 हजार बच्चे शिक्षा ले रहे हैं. वहीं संस्थाओं में स्थानीय शिक्षित बेरोजगारों से शिक्षादूत के रूप में सेवाएं ली जा रही है.

डीईओ ने बताया, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 30 हजार से अधिक बच्चे उमंग के साथ आश्रम, पोटाकेबिन में विद्या अर्जित कर रहे हैं. नवोदय, केंद्रीय विद्यालय, एकलव्य, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, डीएवी, एमपीएस स्कूल भी संचालित हैं, जिसमें अंदरूनी क्षेत्र के बच्चे गुणवत्ता युक्त शिक्षा अर्जित कर भविष्य गढ़ रहे हैं.