काबुल. पूर्वी अफगानिस्तान सरकार के बाद तालिबान ने शनिवार को ईद के मौके पर सीजफायर का फरमान जारी कर दिया. लेकिन कुछ घंटे भी अपने इस वायदे पर कायम नहीं रह सका. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक पश्चिमी अफगानिस्तान के एक सैन्य अड्डे पर तालिबान लड़ाकों के हमले में 19 सैनिकों की मौत हो गई है. आतंकी संगठन तालिबान ने शुक्रवार रात हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली है.

तालिबान की ओर से जारी एक बयान में कहा था कि ईद के दौरान तीन दिनों तक अफगानी सैनिकों पर किसी तरह का हमला नहीं होगा. सभी मुजाहिदीनों को 14 जून से शुरू हो रहे ईद के पहले, दूसरे और तीसरे दिन अफगान सैनिकों पर हमला नहीं करने का निर्देश दिया गया. साथ ही ये भी कहा कि सीजफायर से विदेशी ताकतें बाहर हैं और तालिबान उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगा.

15 जून को खत्म होगा रमजान

उसका कहना है कि ‘तालिबान के सदस्‍यों को ईद के दौरान सार्वजनिक सभाओं में शामिल नहीं होना चाहिए. क्‍योंकि दुश्‍मन हमें निशाना बना सकते हैं. फिलहाल अभी यह स्‍पष्‍ट नहीं है कि सीजफायर कब शुरू होगा, क्‍योंकि अफगान कैलेंडर के अनुसार रमजान का महीना 15 जून को खत्‍म हो जाएगा.

19 की मौत 6 घायल

अफगानिस्‍तान में सीजफायर का ऐलान करने के कुछ ही घंटो बाद तालिबान ने हमला कर दिया. जिसमें 20 अफगानी सैनिक मारे गए. पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक तालिबान आतंकियों ने कम से कम 19 सैनिकों को मार डाला. पुलिस ने बताया कि काला-ए-जल जिले में कुंडुज प्रांत स्‍थित सिक्‍योरिटी चेकप्‍वाइंट्स पर तालिबान ने हमला किया. हमले में 19 अफगानी सैनिक मारे गए और 6 घायल हो गए.

बता दें कि अफगानिस्तान सरकार ने ईद के मद्देनजर तालिबान के साथ सप्ताह भर के सीजफायर की घोषणा की है. हालांकि इस्लामिक स्टेट समेत अन्य आतंकी समूहों के खिलाफ अभियान जारी रखने का फैसला किया गया है. अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इसके 12 जून से 19 जून तक रहने का संकेत देते हुए अपने आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किया कि संघर्षविराम 27वें रोजे से ईद उल-फितर के 5वें दिन तक लागू रहेगा. वर्ष 2001 में अमेरिकी कार्रवाई से लेकर अब तक यह पहली बार है जब ऐसा कदम उठाया गया है.