प्रशांत सिंह, जांजगीर-चांपा। जिला के सिवनी के शराब दुकान के 2 सुरक्षाकर्मियों की अंधे कत्ल के मामले में आखिरकार पुलिस को सफलता मिल गई है. पुलिस ने ढ़ाई महीने बाद सिवनी गांव के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही हत्या के वारदात में आरोपियों के उपयोग किए गए हथियार को जब्त किया है. पुलिस के मुताबिक हत्या का मुख्य कारण शराब भट्ठी में लूट करना था.
कुल्हाड़ी से हमला कर सुरक्षाकर्मियों को उतारा मौत के घाट
जांजगीर-चांपा के सिवनी गांव के शराब दुकान में 4 नवंबर की रात दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या के मामले में जांजगीर पुलिस पर सवाल उठना शुरू हो गया था. घटना की सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद भी आरोपी की पहचान नहीं कर पाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई थी. पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने मामले की जांच के लिए एडिशनल एसपी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया और टेक्निकल एक्सपर्ट की सहायता ली. इस दौरान 7 लाख 40 हजार मोबाइल टावर को सर्च कर विवेचना की और CCTV फुटेज का गहन परीक्षण किया. CCTV के फुटेज में एक नकाब पोश दिखाई दे रहा था. जिसने शराब दुकान के सामने सो रहे दोनों सुरक्षा कर्मियों की कुल्हाड़ी से हमला कर मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद आरोपी शराब दुकान के अंदर घुसकर नगद राशि और शराब के बोतल लेकर जाते दिखा और शराब दुकान के लॉकर में रखे पैसे को निकालने की नाकामा कोशिश की. इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने 100 से अधिक संदेहियों से पूछताछ की लेकिन साक्ष्य और कड़ी नहीं जुड़ने के कारण आरोपी तक नहीं पहुंच पा रही थी.
शराब दुकान में लूट के लिए हत्या की गई हत्या
इस मामले की जांच के बाद भी आरोपियों की पहचान नहीं हो पाने के कारण पुलिस ने कुछ संदेहियों का नार्को टेस्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की तैयारी में थी. बुधवार की रात पुलिस ने सिवनी गांव के शिव शंकर सहिस को हिरासत में लेकर पूछताछ किया. जिसमें शिव शंकर ने पहले दिए बयान से अलग बयान दिया, जिसपर पुलिस का शक गहराया और शिव शंकर की पत्नी के साथ सौतेला बेटा से पूछताछ की. जिसमें सभी के बयान से आरोपियों की पहचान हुई. मामले में पुलिस ने शिव शंकर सहिस और कृष्णा सहिस मंगली सहिस को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने हत्या के पीछे शराब दुकान में लूट करना को प्रमुख कारण बताया है.
पुलिस ने दोहरे अंधे कत्ल के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद राहत की सांस ली. आरोपी शिव शंकर सहिस ने हत्या किया और शराब दुकान से पैसे निकाल कर अपने बेटे कृष्णा सहिस को दी. कृष्णा सहिस शराब दुकान के सामने कुत्तों को बिस्किट खिला कर सड़क में आने जाने वालों का संदेश आरोपी तक पंहुचा रहा था. वहीं आरोपी की पत्नी मंगली सहिस सब कुछ जानने के बाद भी आरोपियों को संरक्षण दे रही थी. इस केस में सफलता के बाद एसपी ने मामले की जांच करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को सम्मानित करने के लिए आईजी को पत्र प्रेषित किया है.
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