विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में फर्जी ऑक्सीटोसिन बेचने वाले गिरोह को पकड़ने में UPSTF को सफलता मिली है. STF ने कड़ी मशक्कत और मजबूत मुखबिरी के बाद इन दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. अनमोल और दिनेश कुमार की तलाश UPSTF को लंबे समय से थी, जबकि इनके आवाजाही और जिन दुकानों पर ये ऑक्सीटोसिन को सप्लाई करते थे उनको भी रेकी कर चिन्हित कर लिया गया था. जिसको आधार बनाकर लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के पास से 36 पेटी फर्जी ऑक्सीटोसिन बरामद किया गया है, जबकि मौके से एक गाड़ी भी पुलिस ने सीज की है.

बता दें कि दोनों आरोपियों की शिकायतें पुलिस को लंबे समय से मिल रही थी. दोनों आरोपी लखनऊ के पॉश एरिया बांग्ला बाजार स्थित सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में रहते थे. जिन्हें पुलिस ने 36 पेटी फर्जी ऑक्सीटोसिन के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार किया है.

क्या है ऑक्सीटोसिन?

ऑक्सीटोसिन गर्भाशय के संकुचन को नियंत्रित करने वाली मांसपेशी कोशिकाओं के अंदर कैल्शियम की सांद्रता को बढ़ाने में काम आता है. कैल्शियम की अधिकता गर्भाशय के संकुचन को बढ़ाती है. FDA ने नवंबर 1980 में ऑक्सीटोसिन को मंजूरी दी. बच्चे के जन्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह गर्भाशय के संकुचन को बढ़ाता है और गर्भवती महिलाओं में प्रसव शुरू करने में मदद करता है. इसका इस्तेमाल डिलीवरी के बाद होने वाली ब्लीडिंग को नियंत्रित करने के लिए भी किया जा सकता है.