नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर हो गए है. जबकि पांच सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए हैं. मुठभेड़ के दौरान लगी आग में आतंकी ठिकाना बने मकान सहित चार घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बताया जा रहा है कि अभी तक किसी भी आतंकी का शव बरामद नहीं किया गया है. वहीं सुरक्षा के लिहाज से इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है. बता दें कि घाटी में सुरक्षाबलों ने इस साल अब तक 225 आतंकी मार गिराए हैं. वहीं 2016 में 150 और 2017 में 213 आतंकी ढेर किए थे.

अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब साढ़े चार बजे पुलिस को पता चला कि तीन से चार आतंकी लाल चौक से करीब 15 किलोमीटर दूर मुजगुंड मलूरा में एक जगह छिपे हुए हैं. सूचना पक्की थी. इसके तुरंत बाद सेना की पांच आरआर, राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल और सीआरपीएफ के जवानों ने मिलकर वहां घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया. यह इलाका श्रीनगर-बारामुला राजमार्ग पर स्थित एचएमटी चौराहे से बांडीपोर की तरफ जाने वाली सड़क पर है. जवानों ने घेराबंदी करते हुए सभी संदिग्ध मकानों की तलाशी शुरू की.

जैसे ही वह घट्ट मोहल्ले में शेख हमजा पब्लिक स्कूल के पास पहुंचे तो वहां स्थित एक मकान में छिपे आतंकियों ने उनपर पहले ग्रेनेड फेंकने के बाद फायरिंग शुरू कर दी. इसमें सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के दो जवान जख्मी हो गए. दोनों घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने का बंदोबस्त करते हुए अन्य जवानों ने जवाबी फायर किया.

करीब एक घंटे बाद सुरक्षाबलों को पहला आतंकी मार गिराने में सफलता मिली. दूसरा आतंकी अगले एक घंटे के दौरान मारा गया. इस दौरान सेना के दो और पुलिस का एक और जवान जख्मी हो गया. सभी घायलों को बादामी बाग स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

इस साल घाटी में सुरक्षाबलों ने अब तक 225 आतंकी मार गिराए हैं. सेना के उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने बताया कि घाटी के स्थानीय लोग सेना की मदद कर रहे हैं. इसी का नतीजा है कि जवान बड़ी संख्या में आतंकियों को मार गिराने में कामयाब हुए हैं. 2017 में सेना ने 213 जबकि 2016 में 150 आतंकी ढेर किए थे.