रायपुर- 17 दिसंबर को राज्य की सत्ता में दो साल पूरे होने पर सरकार बड़ा जलसा रख रही है. सरकार इस जलसे की शुरूआत माता कौशल्या मंदिर से करेगी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत उनका पूरा मंत्रीमंडल इस आयोजन का हिस्सा बनेगा. कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा 8 दिसंबर को होने वाली बैठक में तय की जाएगी. सरकार की इस कवायद पर विपक्ष की भी नजर है. सवाल यह है कि जिस दौर में देश में राम नाम पर सियासत पूरे उफान पर हैं, ठीक उस वक्त माता कौशल्या की शरण में जाकर भूपेश सरकार क्या राजनीतिक संदेश देने की कोशिश में है?
सियासी चर्चा में कहा जा रहा है कि भगवान राम के नाम पर सियासत करने वाली बीजेपी को यह एक जवाब की तरह है. आध्यात्मिक तौर पर छत्तीसगढ़ को भगवान राम का ननिहाल कहा जाता है. माता कौशल्या की यह धरा है. राजधानी के नजदीक चंद्रखुरी स्थित माता कौशल्या के मंदिर को भूपेश सरकार एक बड़े केंद्र के रूप में विकसित भी कर रही है. जाहिर है ऐसे में जब सत्ता में काबिज रहते दो साल पूरे हो रहे हैं, तो यह एक बड़ा सियासी दांव होगा. यह महज एक सरकारी आयोजन नहीं होगा, बल्कि यह एक ऐसा राजनीतिक आयोजन होगा, जिससे देश की सियासत को छत्तीसगढ़ के रास्ते संदेश दिया जा सके.
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे इस आयोजन को लेकर कहते हैं कि दीवाली के बाद यह हमारे लिए एक उत्सव की तरह है. हमने सत्ता में आने के पहले जो-जो वादे किए, जो घोषणा पत्र हमने जारी किया, उन सभी वादों को हम पूरा कर रहे हैं. चंद्रखुदी स्थित माता कौशल्या के मंदिर में पूरा मंत्रीमंडल जाएगा. इस कार्यक्रम की रूपरेखा अभी बननी बाकी है. मुख्यमंत्री की मौजूदगी में 8 दिसंबर को होने वाली बैठक में इस आयोजन की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
…..तो छत्तीसगढ़ सरकार अयोध्या में राम मंदिर के लिए 101 करोड़ रूपए दे दे- बृजमोहन
इधर पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार की इस पूरी कवायद पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि अब इन्हें समझ आ गया है कि बगैर राम की शरण में जाए उद्धार नहीं होगा. यह अच्छी बात है कि राज्य सरकार राम की शरण में जा रही है. कम से कम उन्हें सदबुद्धि मिलेगी. राज्य की जनता की सेवा अच्छे से कर सकेंगे. हालांकि जनता यह नहीं मानती कि कांग्रेसी रामभक्त है. यही धारणा बदलने ये लोग माता कौशल्या के मंदिर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि वाकई इन्हें राम पर आस्था दिखानी है तो राज्य सरकार की ओर से अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण के लिए कम से कम 101 करोड़ रूपए की राशि दे. बहुत सारे राज्यों ने राम मंदिर के लिए अपना योगदान दिया है.
14 से 17 दिसंबर तक पर्यटन रथ और बाइक रैली का होगा आयोजन
दो साल पूरे होने के मौके पर राज्य सरकार राज्य के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर राम वन गमन परिपथ में 14 दिसम्बर से 17 दिसम्बर तक पर्यटन रथ तथा बाइक रैली का आयोजन कर रही है. यह रथ और रैली कोरिया जिले के सीतामढ़ी हरचौका तथा सुकमा जिले के रामराम दोनों छोर से 14 दिसंबर से शुरू होगी, जो अलग-अलग स्थानों से होते हुए 17 दिसंबर को चंद्रखुरी पहुंचेगी. इस रैली के दौरान राम वन पथ गमन के लिए चिन्हांकित किए गए पर्यटन स्थलों से लाई गई मिट्टी का इस्तेमाल कर वृक्षारोपण किया जाएगा. रैली की शुरूआत में कम से कम 30 बाइक के साथ साउंड सिस्टम से लैस गाड़ियां चलेंगी, जिसमें भगवान श्रीराम के आध्यात्मिक भजन तथा चौपाइयां चलाई जाएगी. स्थानीय जिला प्रशासन विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में इन रैलियों को हरी झंडी दिखाएंगे.