पुरुषोत्तम पात्र,गरियाबंद। आज के दौर में अफवाहें लोगों को क्या कुछ नहीं करवा देती है. ऐसी ही अफवाह गरियाबंद जिले में उड़ी कि मोदी सरकार की स्कीम तहत सभी के खाते में पैसे मिल रहे हैं. फिर क्या था. 5 घंटे में 10 गांव के ग्रामीण बैंक के 200 से ज्यादा खाताधारकों के खाते से आधार लिंक कर रिटेलर एजेंटों ने मनी ट्रांसफर एप से 20 लाख रूपये से ज्यादा ट्रांजकेशन करा डाला.
यह घटना शुक्रवार शाम 6 बजे देवभोग इलाके के बरकानी गांव में सरकार की योजना के तहत मनी ट्रांसफर का अफवाह फैला और 6 बजे से रात 11 बजे तक इस एक गांव में ग्रामीण बैंक देवभोग शाखा के खाताधारकों ने गांव में मौजूद एक निजी मनी ट्रांसफर एप के जरिये मनी ट्रांसफर करने वाले 5 रीटेलर एजेंट के घरों में भीड़ लगा कर 7 लाख रुपये से ज्यादा का ट्रांजेक्शन करवा लिया.
इसी समय में ही बरकानी से लगे गांव घूमरगुड़ा, कैठपदर, सिनापाली, भरूवामूड़ा, मूरगुड़ा समेत आसपास के 10 से ज्यादा गांव में खबर आग की तरह फैली और 5 घण्टे में यानी रात 11 बजे तक 200 खाताधारकों ने 20 रूपये लाख से ज्यादा का ट्रांजकेशन करा लिया. खबर है कि जिले के मैनपुर, फिंगेस्वर ब्लॉक में भी यह ट्रांजकेशन हुआ है. इसकी भनक रात को ही बैंकिंग नेटवर्किंग ऑपरेट करने वाली संस्था नेटवर्क फ़ॉर इन्फॉर्मेशन एवं कम्प्यूटर टेक्नोलॉजी को लगते ही रीटेलर एजेंट द्वारा मनी ट्रांसफर के लिए इस्तेमाल किये जा रहे पेनियरबाय नाम के एप से ट्रांजकेशन सिस्टम व एजेंटों को आईडी ब्लॉक कर दिया गया.
ग्रामीण बैंक के धमतरी रीजन मैनेजर ओपी तिवारी ने माना कि कुछ त्रुटि बैंकिंग सिस्टम में हुआ जरूर है. पूरे छतीसगढ़ में यह समस्या कुछ-कुछ जगहों से आई है. एन आई सी टी (नेटवर्किंग फ़ॉर इन्फॉर्मेशन एंड कम्प्यूटर टेक्नोलॉजी) इसकी सघन जांच कर रही है. दिल्ली से लेकर मुंबई तक पड़ताल कर मामला शॉट आउट किया जा चुका है. राजधानी में आईटी टीम की बैठके लगातार जारी है. चूंकि भूगतान ऑनलाइन और कॉरपोरेट बीसी के अधिकृत आईडी से ट्रांजेक्शन करने वाले रीटेलर एजंटों के माध्यम से हुआ है, इसलिए नुकसान की रिकवरी भी आसानी से हो जाएगी.