Death In Maharashtra from GBS: महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (Guillain-Barré syndrome) का कहर जारी है. इस बीमारी से संक्रमित होने वालों की संख्या 207 हो गई है. शुक्रवार 14 फरवरी को राज्य में 2 और संक्रमित मिले हैं. वहीं अब तक इस बीमारी से 9 लोगों की मौत हो चुकी है. 13 फरवरी को कोल्हापुर (Kolhapur) में एक 60 वर्षीय महिला की जान चली गई.

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महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) से संक्रमित मरीजों की सख्या बढ़ती जा रही है. राज्य में ज्यादातर मामले पुणे और पिंपरी चिंचवड़ से हैं. वहीं, इस बीमारी के चलते अब तक कुल 9 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसमें से 4 की मौत GBS के चलते और अन्य की GBS के संदिग्ध मरीज के तौर पर हुई है.

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स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि चांगिड तहसील निवासी 60 वर्षीय महिला की 13 फरवरी को मौत हो गई. अधिकारी ने बताया, ‘‘उनके आधे शरीर (निचले हिस्से) में पक्षाघात (लकवा) हो गया था और उन्हें पहले चांगिड के एक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था और फिर कर्नाटक ले जाया गया. उन्हें 11 फरवरी को कोल्हापुर के एक अस्पताल में वापस लाया गया, जहां दो दिन बाद उनकी मृत्यु हो गई.’’

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गुइलेन बैरे सिंड्रोम क्या है?

गुलियन बेरी सिंड्रोम एक रेयर न्यूरोलॉजिकल बीमारी है. आमतौर पर इसके मामले नहीं देखे जाते. डॉक्टर्स के मुताबिक, इसमें पेरीफेरल नर्व्स (Peripheral Nervous System) डैमेज हो जाती है. इस वजह से हाथों और पैरों में कमजोरी आने लगती है. यह एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल बीमारी है. ऐसे में अगर वक्त पर जांच और इलाज किया जाए, तो मरीज पूरी तरह से ठीक हो सकता है.

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क्या है इसका लक्षण 

गुलियन बेरी सिंड्रोम की शुरुआत आमतौर पर हाथों और पैरों में झुनझुनी और कमजोरी से होती है। ये लक्षण तेजी से फैल सकते हैं और लकवे में बदल सकते हैं. इसके शुरुआती लक्षण ये हो सकते हैंः-

  • हाथों, पैरों, टखनों या कलाई में झुनझुनी. 
  • पैरों में कमजोरी. 
  • चलने में कमजोरी, सीढ़ियां चढ़ने में दिक्कत.
  • बोलने, चबाने या खाना निगलने में दिक्कत. 
  • आंखों की डबल विजन या आंखों को हिलाने में दिक्कत. 
  • तेज दर्द, खासतौर पर मांसपेशियों में तेज दर्द. 
  • पेशाब और मल त्याग में समस्या. 
  • सांस लेने में कठिनाई.

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