रायपुर. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ खनिज विकास निधि सलाहकार समिति की 20वीं बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में विभिन्न खनिज परियोजनाओं और अधोसंरचना के लिए महत्वपूर्ण राशि स्वीकृत की गई.

300 करोड़ की स्वीकृति 

बैठक में डोंगरगढ़-कबीरधाम-मुंगेली-कटघोरा रेलमार्ग के लिए भू-अर्जन और प्रारंभिक निर्माण कार्य के लिए 300 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई. इसके अलावा, संचालनालय भौमिकी एवं खनिकर्म के खनिज अन्वेषण और खनिज ब्लॉक नीलामी के लिए 83 करोड़ रुपये की राशि भी स्वीकृत की गई.

वृद्धि की संभावनाओं पर चर्चा 

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से खनिज विकास निधि सलाहकार समिति के पूर्व निर्णयों और राशि के उपयोग के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने निधि में उपलब्ध राशि को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में वृहद अधोसंरचना निर्माण की परिकल्पना पर विचार करने के निर्देश दिए.

विशेषज्ञ संस्थाओं की सेवाएं 

बैठक में राज्य में खनिज राजस्व में वृद्धि की संभावनाओं के अध्ययन और खनन क्षेत्र में सुधार हेतु विशेषज्ञ संस्थाओं की सेवाएं लेने के लिए 20 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि दिए जाने का निर्णय लिया गया.

खनिज विकास निधि का महत्व 

गौरतलब है कि खनिज विभाग द्वारा प्रतिवर्ष प्राप्त होने वाले कुल खनिज राजस्व की 5% राशि खनिज विकास निधि मद में आरक्षित रहती है. यह निधि सलाहकार समिति की अनुशंसा अनुसार विभिन्न आवश्यक परियोजनाओं के लिए राशि प्रदान की जाती है.

इस दौरान बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव द्वय पी. दयानंद, राहुल भगत, सचिव वित्त शारदा वर्मा, संचालक खनिज सुनील जैन, संयुक्त संचालक खनिज अनुराग दीवान एवं खनिज संचालनालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.