रायपुर. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 22 अक्टूबर को अपने प्रस्तावित दौरे की शुरुआत मां महामाया के दर्शन के साथ कर सकते हैं. राहुल गांधी को इन दिन किसानों को किसान महासम्मलेन में संबोधित करना है.

राहुल गांधी के दौरे को लेकर रायपुर में तैयारियां तेज़ हो गई हैं. खबर है कि दोपहर बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल खुद तैयारियों को जायजा लेने साइंस कॉलेज पहुंच सकते हैं.

22 अक्टूबर को राहुल गांधी रायपुर के किसान महासम्मेलन में किसानों को संबोधित करेंगे. यहीं से कांग्रेस अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करेगी.  कांग्रेस पार्टी किसानों का बड़ा सम्मेलन करके अपने चुनावी अभियान का आगाज़ करेगी. गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान और मध्यप्रदेश के बाद छत्तीसगढ़ में भी राहुल गांधी अपने अभियान की शुरुआत रायपुर से करेगी.

किसान महासम्मेलन से ज़ाहिर है कि इस चुनाव में किसानों की बदहाली को कांग्रेस बड़ा मुद्दा बनाएगी. कांग्रेस ने पहले ही घोषणा कर दी है कि किसानों का पूरा कर्जा माफ किया जाएगा और कम से कम 2500 रुपये उन्हें प्रति क्विंटल धान का दिया जाएगा.

क्या खासियत है मां महामाया मंदिर की

मां महामाया के इस मंदिर की बड़ी मान्यता है. पुरानी बस्ती में स्थित इस मंदिर में नवरात्रों में देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं. हैहयवंशी राजाओं ने छत्तीसगढ़ में छत्तीस किले बनवाए और हर किले की शुरुआत में माँ महामाया के मंदिर बनवाए. इन्हीं मंदिरों में से एक है रायपुर का महामाया मंदिर. यहां माँ महामाया और सम्लेश्वरी देवी महालक्ष्मी के रूप में दर्शन देती हैं. माँ का दरबार सदियों से लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है. तांत्रिक पद्धति से बने इस मंदिर में देश ही नहीं विदेशों से भी भक्त आते हैं. माता का यह मंदिर बेहद चमत्कारिक माना जाता है, यहां सच्चे मन से मांगी गई मन्नत तत्काल पूरी होती है.

प्रत्यक्ष रूप में विराजमान हैं तीन देवियां
माँ के मंदिर के गर्भगृह की निर्माण शैली तांत्रिक विधि की है. माँ के मंदिर का गुंबज श्री यंत्र की आकृति का बनाया गया है. मंदिर के पुजारी बताते हैं कि माँ महामाया देवी, माँ महाकाली के स्वरूप में यहां विराजमान हैं. सामने माँ सरस्वती के स्वरूप में माँ सम्लेश्वरी देवी मंदिर विद्यमान है. इस तरह यहां महाकाली, माँ सरस्वती, माँ महालक्ष्मी तीनों माताजी प्रत्यक्ष प्रमाण रूप में यहां विराजमान हैं.