आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। कोत्तवलसा रेल मार्ग पर सोमवार देर शाम बड़ा रेल हादसा हो गया. लौह अयस्क लेकर बैलाडीला से विशाखापट्टनम की ओर जा रही मालगाड़ी के 24 डिब्बे और 3 इंजन पटरी से उतर गए. हादसे की खबर मिलते ही कंट्रोल रूम से जारी हुए निर्देश के बाद डिलमिली, दंतेवाड़ा और किरंदुल रेलवे सेक्शन में आवागमन रोक दिया गया.
बताया जा रहा है कि हादसा ब्रेक फेल होने से हुआ. मालगाड़ी तेज रफ्तार में विशाखापट्टनम जा रही थी और इसी दौरान डिलमिली के पास ब्रेक फेल होने से मालगाड़ी सीधे खेत में जा घुसी. 3 इंजन के साथ 24 डिब्बे पटरी से उतर गए. हालांकि हादसे में लोको पायलट्स को ज्यादा चोट नहीं आई है.
जानकारी के मुताबिक, इस हादसे के बाद मालगाड़ियों को नजदीक के स्टेशन पर खड़ा करने का निर्देश दिया गया है. इको रेलवे प्रबंधन ने विशाखापट्टनम से चलकर किरंदुल की ओर जा रही यात्री ट्रेन को भी जगदलपुर में रोकने के निर्देश दे दिए. हादसे के बाद से रेल प्रशासन में खलबली मच गई है.
6 दिन पहले ही पड़ोसी राज्य ओडिशा के कोरापुट रेल सेक्शन में बड़ा रेल हादसा हुआ था, जिसके बाद से केके रेल मार्ग पर आवागमन 3 दिनों तक पूर्ण रूप से बाधित रहा. इस हादसे के बाद किरंदुल और कोरापुट से तकनीकी अधिकारियों का दल मौके के लिए रवाना कर दिया गया है. सुबह से पटरी की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है.
गौरतलब है कि डिलमिली नक्सल प्रभावित रेलवे स्टेशन के अंतर्गत गिना जाता है, ऐसे में रेल प्रशासन की चिंता स्वाभाविक है. फिलहाल अभी आवागमन पूरी तरह से इस रेल मार्ग पर प्रभावित है.