नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन के बढ़ते तनाव के बीच 242 भारतीय छात्र मंगलवार देर शाम नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित भारत लौट आए हैं. भारत ने इस विशेष अभियान को अंजाम देने के लिए ड्रीमलाइनर बी-787 विमान तैनात किया है, जिसके तहत यूक्रेन से नई दिल्ली के लिए उड़ानें संचालित की गईं. यूक्रेन में पढ़ रहे एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र नीरव पाटिल ने कहा कि मैं जिस इलाके में रहता हूं, उसके आसपास स्थिति सामान्य है, जबकि विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी है, इसलिए पहले की तरह चिंता की कोई बात नहीं है.
राजस्थान सरकार ने अपने राज्य के छात्रों का खर्च किया वहन
एक अन्य छात्र कृष्णा ने कहा कि मैं यूक्रेन-रूस सीमा से 900 किमी दूर रहता हूं. हम करीब 5-6 छात्र हैं, जो गुजरात के रहने वाले हैं. हमारे माता-पिता काफी चिंतित हो रहे थे, इस कारण हमें भारत लौटना पड़ा. राजस्थान सरकार द्वारा कई सरकारी अधिकारियों को भी दिल्ली हवाईअड्डे पर भेजा गया, साथ ही राजस्थान के छात्र जो यूक्रेन से लौटे हैं, राज्य सरकार उनकी यात्रा के खर्च को वहन करते हुए सुरक्षित उनके घर भेजने की तैयारी में लगी हुई है. फिलहाल 8 छात्रों को उनके माता-पिता समेत राजस्थान भवन में रुकने को कहा गया है. हालांकि, इनमें से कई भारतीय छात्र ऐसे हैं, जो एयर इंडिया की उड़ान से भारत नहीं लौटे हैं.
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छत्तीसगढ़ की छात्रा भी लौटी भारत, कहा उसके फ्रेंड्स अब भी फंसे हुए
छत्तीसगढ़ की रहने वाली और एमबीबीएस की फिफ्थ ईयर की छात्रा मोनिका ने पहले कीव से दोहा के लिए फ्लाइट ली और फिर दिल्ली लौटी. उनके अनुसार हवाई टिकट काफी महंगे थे, जिसके कारण वह अन्य उड़ानें लेकर भारत आई थी. उन्होंने यूक्रेन में तनावपूर्ण स्थिति पर अपनी राय व्यक्त नहीं की, क्योंकि उनके कई भारतीय मित्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर पढ़ाई ऑनलाइन की गई है, लेकिन कई जगहों पर अभी भी ऑफलाइन पढ़ाई का ही पालन किया जा रहा है. मेरे माता-पिता काफी चिंतित हो रहे थे, जिसके कारण मुझे भारत वापस लौटना पड़ा, लेकिन यूक्रेन की स्थिति अभी भी सामान्य है. अब केवल अगर हमारे माता-पिता हमें यूक्रेन लौटने के लिए कहेंगे, तो ही हम वापस जाएंगे.
22, 24 और 26 फरवरी को भारत से यूक्रेन के लिए संचालित होंगी उड़ानें
एयर इंडिया ने 19 फरवरी को घोषणा की थी कि वह 22, 24 और 26 फरवरी को भारत और यूक्रेन के बीच उड़ानें संचालित करेगा. एयर इंडिया के बुकिंग कार्यालयों, वेबसाइट, कॉल सेंटर और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से हवाई टिकटों की बुकिंग हो रही है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास के अनुसार, कीव से दिल्ली के लिए अतिरिक्त उड़ानें 25 फरवरी, 27 फरवरी (दो उड़ानें) और 6 मार्च को संचालित होंगी. वहीं, भारत लौटे कई छात्र अपनी पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं, जबकि कुछ का कहना है कि उन्होंने हाल ही में उस शहर में एक युद्ध में इस्तेमाल किया गया टैंक भी देखा है, जहां वे रहते थे.
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बच्चों को सुरक्षित देख माता-पिता ने ली राहत की सांस
वहीं इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अपने बच्चों को सुरक्षित देखकर माता-पिता ने राहत की सांस ली. भारत ने यूक्रेन व आसपास के क्षेत्रों में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए निकासी अभियान शुरू कर दिया है. भारत ने इस विशेष अभियान के तहत ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को तैनात किया है. यह फ्लाइट यूक्रेन के खार्किव से दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंची.
कुछ छात्रों ने बताया कि यूक्रेन के हालात फिलहाल सामान्य
दिल्ली वापस लौटीं एमबीबीएस सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहीं स्वाति ने बताया कि उधर हालात बिल्कुल सामान्य हैं. हम ठीक से रह रहे थे. वहां के लोग भी बिल्कुल परेशान नहीं हैं, उनको रूस-यूक्रेन विवाद को लेकर कोई चिंता नहीं है. उन्होंने बताया कि हमारे भारत वापस लौटने का कारण बस हमारे माता-पिता हैं. वो मानसिक रूप से बेहद परेशान थे, हमारी चिंता कर रहे थे. अब हम वापस लौटे हैं, तो हमारी पढ़ाई का भी नुकसान है, लेकिन यूनिवर्सिटी की तरफ से बोला गया है कि हम ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत करेंगे. उन्होंने कहा कि उनकी परीक्षा भी अगले साल है.
कुछ छात्रों ने कहा कि हालात खराब, लोगों में घबराहट, हवाई टिकटें हुईं महंगी
एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही तन्वी ने दिल्ली आकर यूक्रेन को लेकर बताया कि हालात खराब हैं, लोग घबरा रहे हैं. अलग-अलग खबरें आ रही हैं, यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि कौन सी बातों पर यकीन करें और किस पर न करें. वहीं फ्लाइट की टिकट भी बेहद महंगी हुई हैं. इसके अलावा छात्रों के माता-पिता भी हवाई अड्डे पर अपने बच्चों को लेने पहुंचे, लेकिन वे फ्लाइट की टिकट महंगी होने के कारण काफी नाराज थे. रतन सिंह ने बताया कि हालात बिल्कुल ठीक हैं, कल भी ऑफलाइन पढ़ाई हो रही थी. बेटे ने वहां के हालातों के बारे में कुछ भी असामान्य नहीं कहा है, लेकिन भारत में लोग ज्यादा अफवाह फैला रहे हैं.
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