हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर लोकायुक्त (Lokayukta)पुलिस की टीम ने आज दोपहर महू स्थित उपजेल पर छापामार कार्रवाई करते हुए शराब तस्करी के मामले में बंद एक बंदी को वीआईपी सुविधा (VIP Facility)दिलाने के नाम पर 25 हजार की रिश्वत लेते जेल प्रहरी और एक सफाई कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़ा।

लोकायुक्त डीएसपी (DSP) आर.एस. बघेल (R.S. Baghel)ने बताया कि 26 फरवरी को महू (Mhow) निवासी जितेन्द्र सोलंकी (Jitendra Solanki)ने शिकायत की थी कि महू जेल (Mhow Jail)में विनोद चौहान निवासी हातोद (Hatod)शराब तस्करी (Sharab Taskari) में बंद है। उसे जेल में सुविधा उपलब्ध कराने और वीआईपी मुलाकात कराने के नाम पर 25 हजार की रिश्वत मांगी जा रही है। यह रिश्वत जेल प्रहरी अजेन्द्रसिंह राठौर द्वारा जेलर ब्रजेश मकवाना के नाम पर मांगी गई थी।

आज करीब 11.30 बजे इंदौर लोकायुक्त की टीम जेल पहुंची जैसे ही शिकायकर्ता जितेन्द्र सौलंकी ने प्रहरी राठौर को 25 हजार रुपए की गड्डी थमाई तो उसने जेल के सफाई कर्मचारी  मनीष बाली को देने कहा। बाली ने जैसे ही नोट हाथ में लिए  लोकायुक्त की टींम ने उन्हें धर दबोच लिया। इस कार्रवाई से जेल में हड़कंप मच गया। कार्रवाई के दौरान जेलर मकवाना भी वहां मौजूद थे उन्हें भी कार्रवाई करने के लिए लोकायुक्त पुलिस इंदौर (Indore)लाई है।