पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। मैनपुर विकासखंड के गरीबा गांव में 26 लोग उल्टी-दस्त के कारण बीमार हो गए हैं, जिसमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं. जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अमले ने गांव पहुंचकर इलाज शुरू कर दिया है. दूषित खान-पान के कारण यह स्थिति निर्मित होने की बात सामने आई है.
जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम की सूचना पर मैनपुर स्वास्थ्य विभाग की टीम शुक्रवार को गरीबा गांव पहुंची. गांव में शिविर लगाकर ग्रामीणों की जांच की गई, जिसमें बड़ी संख्या में मरीज सामने आए हैं. इलाज के लिए जिला चिकित्सालय से डॉ लक्ष्मीकांत जांगड़े, डॉ विमोर सक्सेना, डॉ शंकर, डॉ लम्बोदर महतो और मैनपुर से डॉ कालेश्वर नेगी, डॉ संतोष पाटकर की टीम गांव में मौजूद है.
जिला मुख्य चिकित्साधिकारी एनआर नवरत्न ने बताया कि शादियों में अनियमित खान-पान की वजह से ग्रामीण पेटदर्द और उल्टी-दस्त के शिकार हुए हैं. गरीबा में कुल 26 मरीज सामने आए हैं. 11 मरीजों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया है. 15 लोगो का इलाज गांव में जारी है. उन्होंने बताया कि फिलहाल सभी मरीजों की हालत सामान्य है. गांव में स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने ग्रामीणों को पानी उबालकर पीने की सलाह दी है.
वही गांव के सचिव पालिसराम ने बताया कि गांव में पेयजल की समस्या के ग्रामीण कुंए का पानी उपयोग कर रहे हैं. पिछले दो दिनों से गांव में उल्टी दस्त की शिकायत मिल रही है. उन्होंने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग और जिला पंचायत उपाध्यक्ष को दी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग का अमला गांव पहुंचा.