मनोज उपाध्याय, मुरैना। जिले की पोरसा की सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank Of India) की रजौधा शाखा में 27 लाख रुपए के गबन का मामला प्रकाश में आया है। जिसमें खाताधारकों के खाते से पैसे निकालकर गायब कर दिए गए। गबन में बैंक के ही कुछ कर्मचारियों के नाम सामने आ रहे हैं। जिसमें एक प्राइवेट कर्मचारी भी शामिल है। जिसे कैश काउंटर पर बैठाया जाता था। रविवार को इस गबन की जांच करने के लिए बैंक के क्षेत्रीय अधिकारी भी पहुंचे।

जानकारी के मुताबिक सेंट्रल बैंक शाखा रजौधा से लगभग 4 से 5 खाता धारकों के खाते से लगभग 27 लाख रुपए गायब हो गए। जब ग्राहकों को पता लगा तो बैंक में शिकायत क। बैंक ने इस मामले में पता किया तो खाते धारकों के खाते से पैसा अन्य खातों में भेजा गया था। इस पर उपभोक्ताओं को बैंक प्रबंधक ने पैसा वापस दिलाने का आश्वासन दे दिया।

प्राइवेट कर्मचारी ने किया फर्जीवाड़ा 

जांच में पता चला कि बैंक के ही कुछ कर्मचारियों ने यह धोखाधड़ी की है। बताया जाता है कि बैंक में एक प्राइवेट कर्मचारी रखा गया था जिससे कैश काउंटर पर बैठाया जाता था। उस कर्मचारी ने ऑनलाइन रमी जुआ में यह पैसा उड़ा दिया। जिसने काउंटर पर बैठे होने का फायदा उठाते हुए इस पैसे को खाताधारकों के ही खाते से निकाल लिया। जब मामला बैंक के आला अधिकारियों तक पहुंचा तो मामले की जांच करने के लिए रविवार को बैंक के क्षेत्रीय अधिकारी पहुंचे।

प्रधानमंत्री कार्यालय से की गई शिकायत 

मामले की पूरी जांच की जा रही है। दूसरी तरफ इस पूरे मामले में लीपापोती किए जाने की एक शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय नई दिल्ली को एक उपभोक्ता ने ऑनलाइन कर दी। बताया जा रहा है कि जिन कर्मचारियों पर यह दोषारोपण किया जा रहा है उनसे अब वसूली कर खाताधारकों को यह पैसा वापस करने की कवायद की जा रही है।

मामला सामने आने के बाद आरोपी कर्मचारी ने पिया जहर 

सूत्रों से जानकारी मिली है कि जब यह मामला उजागर हुआ तो उस प्राइवेट कर्मचारी ने कीटनाशक भी पी लिया था। हालांकि उसकी हालत ठीक है। वह अपने घर ही बताया जा रहा है।

बैंक से गबन का चेक करने के लिए आया था कॉल 

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया रजौधा शाखा के खाताधारक डॉ. रामनरेश सिंह तोमर ने कहा कि मेरे खाते से 9 लाख रुपए निकाला गया है। हमें बैंक से ही 2 दिसम्बर को फोन आया था कि कोई गबन हुआ है तो अपना खाता चेक कर लें। देखा तो 9 लाख रुपए नहीं थे।  हमने पुलिस को शिकायत तो नहीं की क्योंकि बैंक प्रबंधक ने हमें रुपए लौटाने का आदेश दिया है। अब एक दो दिन इंतजार करते हैं।