सदफ हामिद, भोपाल। एक कहावत है- जाको राखे साइयां मार सके कोय और बाल बांका कर सके जो जग बैरी होय। राजधानी भोपाल में ये कहावत उस समय चरितार्थ हो गई, जब एक महिला के सिर में 3 सेंटीमीटर तक कुल्हाड़ी घुस गई। डॉक्टरों ने 4 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद महिला के सिर से कुल्हाड़ी को निकालकर उसकी जान बचा ली। राजधानी के एक प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टरों ने जटिल सर्जरी कर महिला के सिर में फंसी कुल्हाड़ी निकाली। महिला के सिर की हड्डी में फ्रैक्चर हुआ है। महिला की हालत अभी खरते से बाहर है।
जानकारी के मुताबिक विदिशा जिले के सिरोंज के नजदीकी गांव दांगी परिवार के लोग मंगलवार रात मंदिर देवी मां के जगराते गए थे।महिला रेखा दांगी घर में सो रही थी। इसी दौरान किसी ने उसके सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। कुल्हाड़ी सिर में धंस गई थी। घायल महिला को परिजन सिरोंज अस्पताल ले गए, जहां से भोपाल रेफर कर दिया गया।
यहां नर्मदा ट्रॉमा सेंटर में उसे भर्ती किया गया, मरीज की हालत गंभीर थी। इमरजेंसी ट्रीटमेंट के बाद सीधे ऑपरेशन थियेटर में लिया गया। कुल्हाड़ी सिर की त्वचा , मसल और हड्डी में करीब 3 इंच तक धंसी हुई थी करीब चार घंटे की सर्जरी के मरीज का सीटी स्कैन करवाया। डॉक्टर्स का कहना है इस तरह की सर्जरी में ब्रेन हैमरेज का खतरा था। लिहाजा प्लास्टिक वस्कुलर सर्जन की पूरी टीम के साथ ऑपरेशन किया। फिलहाल महिला खतरे से बाहर है।