शिवम मिश्रा, रायपुर। राजधानी में इंडियन डेंटल एसोसिएशन (आईडीए) छत्तीसगढ़ शाखा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय डेंटल कॉन्फ्रेंस 2025 का आज सफलतापूर्वक समापन हुआ। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

सम्मेलन के अंतिम दिन आयोजित समापन समारोह में राज्यभर से आए सैकड़ों दंत चिकित्सक शामिल हुए। पूरे आयोजन के दौरान डेंटिस्टों ने एडवांस तकनीकों पर आधारित सेशंस में प्रशिक्षण प्राप्त किया और दंत चिकित्सा से जुड़े अत्याधुनिक उपकरणों एवं मशीनों का प्रदर्शन भी देखा। आयोजन में देशभर से जुड़े ट्रेड हाउस और कंपनियों ने अपनी नवीनतम तकनीकें प्रस्तुत कीं।

समापन समारोह को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, “डेंटल कॉन्फ्रेंस का तीन दिवसीय सफल आयोजन हुआ है। प्रदेशभर से आए दंत चिकित्सकों ने नई तकनीकों की जानकारी ली है। इस आयोजन से आने वाले समय में प्रदेश की दंत चिकित्सा सेवाओं में बड़ा लाभ होगा।”

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी सम्मेलन की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन दंत स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को नई दिशा प्रदान करते हैं। उन्होंने आयोजकों को सफल सम्मेलन के लिए बधाई दी।

आयोजन समिति के चेयरमैन डॉ. वैभव तिवारी ने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य दंत चिकित्सकों को नई-नई तकनीकों एवं आविष्कारों की जानकारी देना था। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से प्रदेश के दंत चिकित्सकों की कार्यकुशलता और गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार होगा।

ट्रेड कमेटी से जुड़े डॉ. अंशुल केडिया ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में देश-विदेश की कंपनियों को आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने अपने अत्याधुनिक उपकरण और तकनीकों का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि डेंटिस्टों ने जाना कि कौन-सी नई तकनीकें उनके कार्य को सरल बना सकती हैं और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध करा सकती हैं।

आयोजन सचिव डॉ. विवेक लाथ ने बताया कि तीन दिनों तक अलग-अलग विषयों पर सेशंस आयोजित किए गए। पहले दिन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सम्मेलन का शुभारंभ किया था, जबकि समापन आज डॉ. रमन सिंह और अरुण साव के हाथों हुआ।

13 सितंबर को मुख्यमंत्री साय ने किया था शुभारंभ

गौरतलब है कि इस सम्मेलन का औपचारिक शुभारंभ 13 सितंबर को राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में हुआ था। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “प्रदेश की तीन करोड़ जनता के आरोग्य के साथ हम विकसित छत्तीसगढ़ का सपना साकार करेंगे। पिछले 20 महीनों में प्रदेश की स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूत करते हुए दुर्गम अंचलों तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुंचाई गई हैं।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान दंत चिकित्सा और दांतों की देखभाल से जुड़े उपकरणों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और डेंटल एसोसिएशन की वार्षिक स्मारिका का विमोचन भी किया था।

12 सितंबर को हुई प्री-कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप

कॉन्फ्रेंस की शुरुआत 12 सितंबर को बालाजी ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स एवं कॉलेज में प्री-कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप से हुई। इसमें दंत चिकित्सा के उन्नयन और नवाचार पर विस्तृत चर्चा हुई। इस अवसर पर बालाजी ग्रुप के चेयरमैन डॉ. देवेंद्र नाइक, डीन डॉ. अनिल घोम, आयोजन अध्यक्ष डॉ. वैभव तिवारी, आयोजन सचिव डॉ. विवेक लाथ, आयोजन कोषाध्यक्ष डॉ. लोकेश अदवानी, आईडीए छत्तीसगढ़ शाखा के अध्यक्ष डॉ. अरविंद कुमार, प्री-कॉन्फ्रेंस समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रवेश गोयल, आईडीए रायपुर अध्यक्ष डॉ. आशीष अग्रवाल, सचिव डॉ. अभिनव शिटूट और कोषाध्यक्ष डॉ. चेराग जोशी उपस्थित रहे।

वर्कशॉप के आयोजन में डॉ. सविता घोम, डॉ. पारुल अग्रवाल, डॉ. वैभव शर्मा, डॉ. ऋतुराज केसरी, डॉ. स्मृति गुप्ता, डॉ. राम तिवारी, डॉ. वर्षा गोस्वामी, डॉ. मोहित माणिक, डॉ. वैभव कृडुत, डॉ. श्रुति कश्यप, डॉ. अंकिता तिवारी और डॉ. नेहा जायसवाल का विशेष योगदान रहा।

सम्मेलन ने दंत स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में नई संभावनाओं का भी द्वार खोला

गौरतलब है कि इस सम्मेलन का मीडिया पार्टनर न्यूज 24 और लल्लूराम डॉट कॉम रहा। तीन दिवसीय आयोजन ने न केवल प्रदेश बल्कि देशभर से आए दंत चिकित्सकों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने का कार्य किया, बल्कि दंत स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में नई संभावनाओं का भी द्वार खोला।

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