
अजय शास्त्री, बेगूसराय. बिहार में इस समय बीपीएससी की ओर से आयोजित TRE-3 शिक्षक भर्ती में पास हुए अभ्यर्थियों की काउंसलिंग चल रही है. बेगूसराय में आज बुधवार (19 मार्च) को शिक्षक अभ्यर्थी की काउंसलिंग के दौरान उस समय हंगामा मच गया, जब काउंसलिंग के दौरान चार फर्जी शिक्षकों पकड़े गए.
मौके से फरार हुआ दीपक कुमार
गिरफ्तार सभी फर्जी शिक्षक यूपी के रहने वाले हैं, जिनकी पहचान पप्पू कुमार भारती, अखिलेश कुमार, शिव शंकर गोंड, एवं दीपक कुमार के रूप में हुई है, जो TRE-3 की वैकेंसी निकालने के बाद फर्जी तरीके से आधार कार्ड बिहार का बनाकर आरक्षण का लाभ लेने के लिए दस्तावेज लगाए थे, जिसका काउंसलिंग के दौरान जांच-पड़ताल में भांडा फूट गया. हालांकि इस दौरान दीपक कुमार मौके से भागने में सफल रहा. शिक्षा विभाग के द्वारा इन सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई जा रही है.
जानें क्या है पूरा माजरा?
दरअसल उत्तर प्रदेश या फिर अन्य राज्यों के कागजात पर बिहार में जिन शिक्षक अभ्यर्थियों की भर्ती होंगी वह किसी भी जाति के रहेंगे UR (सामान्य कोटि) के माने जाएंगे. जबकि पकड़े गए सभी शिक्षक बिहार का फर्जी आधार कार्ड बनाकर आरक्षण का लाभा लेना चाहते थे. हालांकि वे इसमें सफल नहीं रहें.
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कही ये बात
जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम ने बताया कि, आज TRE-3 में नियुक्त शिक्षकों की काउंसलिंग चल रही थी. इसमें उत्तर प्रदेश के रहने वाले तीन शिक्षक अभ्यर्थी बिहार का आधार कार्ड बनाकर आरक्षण का लाभ लेते हुए नियुक्ति पाना चाह रहे थे. काउंसलिंग के दौरान जब सत्यापन कराया जा रहा था, तो आधार कार्ड में छेड़छाड़ पाया गया. इसके बाद तीनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है. प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है.
ये भी पढ़ें- सहरसा: मो अफसर हत्याकांड में शामिल 4 अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जमीनी विवाद और रंगदारी के कारण हुई थी हत्या
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें