राजधानी दिल्ली के आजाद मार्केट में शुक्रवार सुबह तीन इमारतें ढह गईं. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस हादसे में एक व्यक्ति, जिसकी पहचान मनोज कुमार के रूप में हुई है, गंभीर रूप से घायल होने के बाद निधन हो गया है. आशंका जताई जा रही है कि मलबे में और भी लोग फंसे हो सकते हैं. पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचकर बचाव और राहत कार्य में जुटी हुई हैं.

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जो इमारतें गिर गई हैं, वे काफी पुरानी और जर्जर स्थिति में थीं. इस घटना के दौरान, इमारतों के बाहर खड़ा एक ट्रक भी क्षतिग्रस्त हो गया है. बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा गया है.

मौके पर पहुंचे अफसर

घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, फायर बिग्रेड, एंबुलेंस और NDRF की टीमें तत्परता से मौके पर पहुंच गईं. राहत कार्य में जुटी टीमों ने मलबे को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और अन्य मलबे में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है. फायर बिग्रेड की टीम ने अपनी मशीनों का उपयोग करते हुए मलबे को हटाने का कार्य किया, ताकि किसी भी व्यक्ति को और नुकसान न पहुंचे. एंबुलेंस टीम ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी स्थिति का मूल्यांकन किया गया.

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अधिकारियों का बयान

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि मेट्रो निर्माण के चलते क्षेत्र में कुछ समय से कार्य चल रहा था. इस घटना की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि बिल्डिंग गिरने का कारण क्या था और क्या निर्माण के दौरान कोई लापरवाही हुई थी. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी और घटना के कारणों की गहनता से जांच की जाएगी.

NDRF ने क्या बोला?

NDRF के प्रमुख ने राहत कार्य की निगरानी करते हुए बताया कि उनके कर्मी पूरी तत्परता से मलबे को हटाने में जुटे हैं. उनका प्रयास है कि इस दुर्घटना में कोई और व्यक्ति फंसा न रह जाए.

हर साल मॉनसून के दौरान बारिश के मौसम में जर्जर मकानों और इमारतों के गिरने की घटनाएं आम होती हैं. हाल ही में, दिल्ली-एनसीआर में बुधवार रात हुई भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई.