सत्यपाल राजपूत, रायपुर. छत्तीसगढ़ में शासकीय कॉलेजों में अब भी सीट खाली है और प्रवेश का दौर भी खत्म हो चुका है. प्रवेश की आखिरी तारीख 31 जुलाई को थी, लेकिन अब भी कुछ कॉलेजों में 30 प्रतिशत, से 70 प्रतिशत तक सीटें खाली है. इतना ही नहीं बल्कि कुछ कॉलेज के अलग-अलग विषय विभागों में अब तक एक भी विद्यार्थी ने प्रवेश नहीं लिया है. विद्यार्थियों के कॉलेजों में एड्मिशन के आकड़े शिक्षा विभाग पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं.

क्या स्टूडेंट्स अपने लिए विषयों का चयन नहीं कर पा रहे हैं? क्या उन्हें एड्मिशन के लिए समय कम मिला या इन कोर्सेस पर बच्चे रूचि नहीं ले रहे हैं? क्या बच्चे अपनी पढ़ाई के लिए दूसरे राज्यों में जा रहे हैं ? क्या ये कॉलेज शिक्षण गुणवत्ता खो चुके हैं या इन कॉलेजों में बच्चों को सभी सुविधाएं और पढ़ाई के लिए अच्छा वातावरण नहीं मिल रहा है? या इन बच्चों को अपनी अंकसूची या जरूरी एकेडमिक्स डॉक्यूमेंट्स मिलने में देर हो गई?  ऐसे कई सवाल एड्मिशन के आकड़ों को देखते हुए खड़े हो रहे हैं.

शिक्षा सत्र 2024-25 के लिए महाविद्यालयों में प्रवेश के आंकड़े:

इस बार शिक्षा सत्र 2024-25 के लिए कॉलेजों में एड्मिशन्स के आंकड़े शिक्षा विभाग के लिए चिंता का विषय बन सकता है. शासकीय नवीन कॉलेज में BSC कंप्यूटर साइंस और BSC मैथ्स में अब तक एक भी स्टूडेंट ने एडमिशन नहीं लिया है. BA के 90 सीटों में मात्र 13 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है. वहीं बीकॉम में 90 सीट में मात्र 10 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है.

दुर्गा कॉलेज में BBA डिपार्टमेंट में 60 सीटें हैं जिनमें मात्र दो स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है. BSC के 60 सीट में से 28 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है. बीकॉम के 800 सीटों में से 487 सीटों पर ही एडमिशन हुए. BA के 500 सीट में केवल 215 स्टूडेंट्स ने ही एड्मिशन लिया.

राधा बाई नवीन कन्या महाविद्यालय के BSC मैथ्स में 70 सीटों में से 30 सीट भरे. शहीद राजू पांडे कॉलेज अमलीडीह के BSC में 120 सीट में 70 सीटों में प्रवेश हुआ.

12 वीं की द्वितीय बोर्ड परीक्षाओं से पहले ही प्रवेश की अंतिम तारीख हुई खत्म

दरअसल, कक्षा 12वीं बोर्ड की द्वितीय परीक्षा 12 अगस्त तक है. द्वितीय बोर्ड परीक्षा में पूरक विद्यार्थी, फेल हुए विद्यार्थी, श्रेणी सुधार विद्यार्थी रे 13 पेपर होने हैं. ऐसे में 1 लाख से अधिक विद्यार्थी आवेदन ही नहीं कर पाए. वहीं 12वीं के द्वितीय बोर्ड परीक्षा के नतीजे आने में अगस्त निकल जाएगा. ऐसे में यदि डेट नहीं बढ़ाया गया, तो लाखों बच्चों का भविष्य और उनका एक साल बर्बाद हो जाएगा.

स्टूडेंट्स का प्रशासन से सवाल

द्वितीय बोर्ड परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों ने प्रशासन से पूछा है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल ने ही लेट से परीक्षा का आयोजन किया है, तो इसमें हमारी क्या गलती है? स्टूडेंट्स का कहना है कि स्कूल शिक्षा विभाग के बोर्ड और उच्च शिक्षा विभाग को वापस में को-ऑर्डिनेट करके डेट आगे बढ़ाना चाहिए.

माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव पुष्पा साहू ने बताया कि 12 अगस्त तक परीक्षा ली जाएगी. उसके बाद 20-25 दिन रिजल्ट जारी करने में लग जाएंगे.

वहीं उच्च शिक्षा सचिव आर प्रसन्ना ने कहा कि फ़िलहाल 15 दिन का डेट बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. प्रस्ताव को मंज़ूरी मिल जाएगी, तो उसके बाद प्रवेश की तिथि बढ़ा दिया जाएगा.