नई दिल्ली। दिल्ली में 30 जूनियर पर्यावरण इंजीनियरों और 22 ग्रीन दिल्ली फेलो को नियुक्त किया गया है. इंजीनियर और फेलो दिल्ली में पर्यावरण प्रवर्तन और नियामक उपायों से जुड़े प्रयासों को मजबूती देंगे. फेलो और इंजीनियर दिल्ली के वायु प्रदूषण, यमुना की सफाई, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और अन्य पर्यावरणीय मुद्दों पर काम करेंगे. दिल्ली के पर्यावरण को बेहतर करने के लिए यह एक अनूठी पहल है. पिछले लगभग 3 दशकों में पहली बार यहां 30 जूनियर पर्यावरण इंजीनियर भर्ती किए गए हैं.

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दिल्ली की हरित पहल में योगदान देने के लिए युवा ग्रीन फेलो दिल्ली सरकार द्वारा शुरू किए गए फेलोशिप कार्यक्रम का हिस्सा हैं. जबकि जूनियर पर्यावरण इंजीनियर दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों के रूप में कार्य करेंगे.
जूनियर पर्यावरण इंजीनियर्स और ग्रीन दिल्ली फेलो दिल्ली के पर्यावरण में बदलाव लाने के लिए अगले कुछ वर्षों तक साथ-साथ कार्य करेंगे. इससे उन्हें आने वाले समय में पर्यावरणविद् बनने में भी मदद मिलेगी.

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दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में फेलो और इंजीनियर वायु प्रदूषण से लेकर यमुना की सफाई, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और अन्य पर्यावरणीय मुद्दों पर काम करेंगे. ग्रीन फेलो इन कार्यों के बीच डेटा विश्लेषण, फील्ड वर्क, शोध आदि में भी सहयोग करेंगे. नई भर्तियां वन विभाग को भी मजबूत करेंगी और सरकार के वानिकी कार्यक्रमों में मदद करेंगी. पर्यावरण और वन विभाग के प्रधान सचिव संजीव खिरवार, पर्यावरण मंत्री की सलाहकार, डीपीसीसी के सदस्य सचिव डॉ केएस जयचंद्रन ने 3 दिवसीय ऑनलाइन ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दौरान ग्रीन फेलो और जेईई को संबोधित किया. ओरिएंटेशन कार्यक्रम युवा प्रोफेशनल को पर्यावरण शासन, वायु प्रदूषण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान सहित अन्य विषयों से अवगत कराने के लिए डिजाइन किया गया था.