मुजफ्फरनगर. 30 साल पहले उत्तराखंड की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे आंदोलनकारियों को रामपुर तिराहे पर रोक लिया गया था. इस दौरान 3 महिलाओं को गन्ने के खेत में ले जाकर रेप किया गया था. अब इस मामले की सुनवाई कोर्ट में हुई. जहां गवाह ने महिला से दुष्कर्म के आरोपी की पहचान कर ली. हालांकि, मामले के 2 आरोपी कोर्ट नहीं पहुंचे, जिससे उनकी पहचान नहीं हो सकी. 16 अगस्त को शिनाख्त करने की डेट निर्धारित की गई है.
बता दें कि 30 वर्ष पूर्व पृथक राज्य उत्तराखंड गठन के लिए पहाड़ी क्षेत्र में आंदोलन शुरू हो गया था. एक अक्टूबर 1994 को उत्तराखंड गठन की मांग को लेकर आंदोलनकारी विभिन्न वाहनों में सवार होकर दिल्ली के लिए रवाना हुए थे. जिन्हें छपार थाना क्षेत्र के रामपुर तिराहा पर रोक लिया गया था.
वहीं 2 अक्टूबर की रात को पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच झड़प हुई थी. इस दौरान फायरिंग में 7 आंदोलनकारी मारे गए थे, जबकि पुलिस और पीएसी पर 3 आंदोलनकारी महिलाओं से दुष्कर्म और छेड़छाड़ और लूट के आरोप लगे थे.
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