दिल्ली. पुलवामा में आतंकी हमले के 12 दिन बाद 26 फरवरी को पीओके और बालाकोट स्थित आतंकियों के अड्डे को भारतीय वायुसेना ने ध्वस्त कर दिया था। भारतीय वायुसेना के 12 मिराज-2000 विमान ने करीब आधे घंटे की कार्रवाई में आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर दिया था। अब इस संबंध में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं।

नेशनव टेक्निकल रिसर्च आर्गेनाइजेशन के मुताबिक ये बताया गया है कि जिस वक्त बालाकोट में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया उस वक्त 300 से ज्यादा मोबाइल सक्रिय रूप से काम कर रहे थे। बालाकोट में आतंकियों के खिलाफ अभियान से पहले पुख्ता जानकारी हासिल करने के लिए सर्विलांस कराया गया था। इससे पता चलता है कि बालाकोट में आतंकियों की संख्या कितनी रही होगी।

बता दें कि पीओके और बालाकोट में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में भारत में विपक्षी दल सरकार से सबूत मांग रहे हैं। इस संबंध में सेना या सरकार की तरफ से किसी तरह का बयान नहीं है। भारतीय वायुसेना के चीफ ने सोमवार को कहा कि जो टारगेट हमें मिला उसे हिट करने में कामयाबी मिली। लाशों को गिनना फौज का काम नहीं है। इसके साथ ये भी कहा कि अगर हमला जंगलों पर हुआ होता तो पाकिस्तान इतना शोर क्यों मचाता।