कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। देश भर में गणेशोत्सव की धूम है। ग्वालियर का 300 साल प्राचीन अर्जी वाले गणेश मंदिर भी भक्तों की आस्था का बड़ा केंद्र है। पद्मासन मुद्रा में अर्जी वाले गजानन के साथ रिद्धि और सिद्धि भी विराजित है। खास बात यह भी है कि अर्जी वाले गणेश जी के दरबार मे लगाई गई अर्जी हमेशा पूरी होती है।

दरअसल, ग्वालियर शहर के शिंदे की छावनी इलाके में 300 साल प्राचीन अर्जी वाले गणेश जी का मंदिर है। सड़क किनारे बना यह चमत्कारिक मंदिर भक्तों की आस्था का बड़ा केंद्र है। मंदिर में गणेश जी के साथ दोनों तरफ रिद्धि सिद्धि भी विराजमान है। मंदिर को लेकर मानता है कि यहां अर्जी लगाकर 11 और 9 बुधवार भक्तिपूर्वक दर्शन करने पर लगाई गई हर अर्जी यानी मनोकामना पूरी होती है।

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राजस्थानी लड्डू का ही लगता हैं भोग

खासकर कुंवारे लड़का लड़की जिनकी शादी नहीं हो रही है। और जिनकी शादी हो चुकी है लेकिन लड़ाई झगड़ा विवाद होने से परेशान हैं। गजानन ऐसे लोगों द्वारा लगाई गई सभी अर्जी हमेशा पूरी होती है और उनका जीवन अच्छा चलता है। अर्जी वाले गणेश जी को सिर्फ राजस्थान से आए मोटी बूंदी के लड्डू का ही भोग लगता है।

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पद्मासन मुद्रा के चलते सिद्धि योग गणेश

आपको बता दें कि मंदिर में विराजित गणेश जी की प्रतिमा बेहद दुर्लभ है। क्योंकि यहां गणेश जी के साथ रिद्धि सिद्धि भी विराजित है। गणेश जी के उल्टे हाथ में विद्या है तो सीधे हाथ में फरसा नीचे दो मूषक भी हैं। पद्मासन मुद्रा के चलते इन्हें सिद्धि योग गणेश माना जाता है। यहां लगाई गई हर एक अर्जी पूरी होती है।

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