दिल्ली में आज 350 नई एसी इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर उतारी जाएंगी. जिसमें 300 बसें क्लस्टर व 50 बसें डीटीसी की होंगी.इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से राजधानी में वायु और ध्वनि प्रदूषण पर लगाम लगेगा.

इसी के साथ दिल्ली परिवहन निगम के बेड़े में ऐसी बसों की कुल संख्या बढ़कर 1,650 हो जाएगी. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने पोस्ट पर एक्स पर कहा, ‘‘कल, पूर्वाह्न 11 बजे हम पूरी तरह उत्सर्जन और शोर रहित 350 इलेक्ट्रिक बसों की अगली खेप दिल्ली की जनता को समर्पित करेंगे.’’

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, ‘‘इस बेड़े के साथ, हमारे ई-बस बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों की कुल संख्या 1,650 हो जाएगी. यह  दक्षिणी चीन के लिउझाऊ और सैंटियागो के बाद दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा बेड़ा है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार हरित दिल्ली की दिशा में इतनी तेजी से आगे बढ़ रही है जितना पहले कभी नहीं हुआ.’’

अभी क्लस्टर की इलेक्ट्रिक बसों को बुराड़ी-2 व राहिणी-37 के डिपो में रखा गया है. जिसमें से एक इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल रन भी चल रहा था. अभी सरकार के बेड़े में 7,232 बसें हैं, जिनमें डीटीसी संचालित 4,391 और क्लस्टर संचालित 2,841 बसें शामिल हैं. वर्ष 2023 में सरकार की बसों में रोजाना औसतन 41 लाख लोगों ने यात्रा की.

बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग को देश की राजधानी में बढ़ावा देने की योजना पर शुरुआती दिनों से जोर दे हैं. वर्तमान में देश के सभी राज्यों में दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या सबसे ज्यादा है. इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली में इसके खरीददार को सब्सिडी देने का भी प्रावधान है. जी20 सम्मेलन के दौरान भी 400 ईवी बसों को डीटीसी के बेड़े में शामिल किया गया था.