कुंदन कुमार/ पटना। शहर में दिनदहाड़े हुए चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या को 36 घंटे से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अब तक पटना पुलिस हत्यारों का सुराग नहीं लगा सकी है। इस बीच, खेमका परिवार का मातम अभी भी जारी है, और उनकी बेटी गरिमा के विदेश से लौटने का इंतजार किया जा रहा है, जिससे अंतिम संस्कार की प्रक्रिया अब तक नहीं हो पाई है।

भयावहता को साझा किया

घटना के बाद से खेमका निवास पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है। परिजनों और शुभचिंतकों में रोष साफ झलक रहा है। सभी का यही कहना है कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों और सुरक्षाकर्मी ने भी संवाददाता से बातचीत में घटना की भयावहता को साझा किया।

अपराधी बेखौफ हो चुके हैं

लोगों का कहना है कि अपराधी बेखौफ हो चुके हैं और पुलिस की कार्रवाई नाकाफी है। हत्या के बाद से ही परिजन लगातार प्रशासन से इंसाफ की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। लोगों का गुस्सा इस बात को लेकर भी है कि ऐसी बड़ी घटना के बाद भी अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।

राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी

इसी बीच, इस मामले पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से बिहार सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए लिखा पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की सरेआम गोली मारकर हत्या ने एक बार फिर साबित कर दिया है भाजपा और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार को भारत की क्राइम कैपिटल बना दिया है।
अपराध यहां ‘नया नॉर्मल’ बन चुका है और सरकार पूरी तरह नाकाम। हर हत्या, हर लूट, हर गोली एक चीख है बदलाव की। अब वक्त है एक नए बिहार का जहां डर नहीं, तरक्की हो।

राजनीतिक हलचल को भी तेज

राहुल गांधी के इस बयान ने राजनीतिक हलचल को भी तेज कर दिया है। वहीं, पुलिस प्रशासन अब भी जांच की बात कर रहा है, लेकिन आमजन की नजर में अब भरोसा कमजोर होता नजर आ रहा है। सवाल ये है कि क्या इस मामले में दोषियों को सज़ा मिलेगी या यह भी बिहार के उन अनसुलझे मामलों में शामिल हो जाएगा, जिनका अब तक कोई अंजाम नहीं हुआ।

चरमरा गई कानून-व्यवस्था

आरा से भाकपा (माले) सांसद सुदामा प्रसाद आज गोपाल खेमका के आवास पहुंचे और परिजनों से मिले। उन्होंने कहा कि बिहार की कानून-व्यवस्था चरमरा गई है उद्योगपति और व्यापारी सरेआम मारे जा रहे हैं अपराधियों को संरक्षण मिलता है और पुलिस कार्रवाई नाकाफी है। सुदामा प्रसाद ने आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष एवं मंत्री अशोक चौधरी के घर के बाहर भी गोलियां चलीं, लेकिन सरकार मौन है। उन्होंने कहा कि अगर हालात ठीक होते, तो इतने बड़े उद्योगपति की हत्या उनके घर के बाहर नहीं होती। उन्होंने स्पष्ट किया यह सरकार अपराध रोकने में विफल है अपराधियों को पिस्टल लहराते हुए सोशल मीडिया रील बनाने तक की आज़ादी मिली है और पुलिस चुप बैठी है।