केंद्रपड़ा, केंद्रपड़ा के तीन दर्जन से अधिक ओड़िया मजदूरों को लाओस की एक प्लाईवुड कंपनी में बंधक बना लिया गया है. जानकारी के मुताबिक उन्हें कंपनी के कर्मचारियों द्वारा प्रताड़ित भी किया जा रहा है. कुछ फंसे हुए श्रमिकों ने एक वीडियो संदेश में केंद्र सरकार से उनके सुरक्षित बचाव की अपील की है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रपड़ा के राजकनिका ब्लॉक के अंतर्गत जयनगर पंचायत के 38 लोग लाओस की एक प्लाईवुड कंपनी में काम करते थे. कंपनी ने करीब डेढ़ महीने पहले अपना ऑपरेशन बंद कर दिया है लेकिन मजदूरों का आरोप है कि कंपनी के मालिक ने न तो पिछले दो महीनों से उनका वेतन दिया है और न ही उन्हें देश लौटने की अनुमति दे रहा है. मजदूरों ने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि, वे टूट चुके हैं, फंसे हुए हैं और कंपनी परिसर में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
घर वापस जाने भी नहीं दे रहा है मालिक
वीडियो संदेश में अपनी आपबीती सुनाते हुए, फंसे हुए मजदूरों में से एक, सरोज पलाई ने कहा, “अब हमारे पास पैसे और भोजन नहीं बचा है. कंपनी ने लगभग दो महीने पहले काम करना बंद कर दिया था, लेकिन हमारे कहने के बावजूद भी हमारे वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. “कंपनी का मालिक हमें घर वापस जाने भी नहीं दे रहा है.”
यह भी आरोप है कि कंपनी के कुछ कर्मचारियों ने जबरन उनके पासपोर्ट भी छीन लिए हैं. फंसे हुए मजदूरों की दयनीय स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए, कांग्रेस नेता देबेंद्र शर्मा ने जिला कलेक्टर से मुलाकात की है और उन्हें फंसे हुए मजदूरों के वीडियो, अन्य दस्तावेज और फोन नंबर दिया है. शर्मा ने बताया कि कलेक्टर ने मजदूरों के बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है.