अरविन्द मिश्रा, बलौदाबाजार। 38वें वार्षिक खान सुरक्षा पखवाड़ा 2022 के विभिन्न श्रेणियों में अदाणी सीमेंट के एसीसी और अंबुजा सीमेंट ने 18 पुरस्कार प्राप्त किए हैं. जिनमें सुरक्षा प्रबंधन योजना, विस्फोटकों का उपयोग, खदान योजना और वैधानिक रिकॉर्ड, सामान्य कार्य और हाउसकीपिंग, और प्रचार, प्रसार और सुरक्षा जागरूकता शामिल हैं.

न्यूविस्टा लिमिटेड द्वारा आयोजित वार्षिक खान सुरक्षा पखवाड़ा के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर धनबाद स्थित केन्द्रीय माइन्स सेफ्टी के महानिदेशक प्रभात कुमार शामिल हुए. इसके साथ ही रायगढ़ क्षेत्र के माइन्स सेफ्टी निदेशक वीर प्रताप, बिलासपुर क्षेत्र-1 के माइन्स सेफ्टी के निदेशक आरके सिंह, बिलासपुर क्षेत्र-2 के माइन्स सेफ्टी के निदेशक मुकेश कुमार सिन्हा, उप-महानिदेशक माइन्स सेफ्टी (डीडीएमएस) अरुण कुमार और बी. भद्रु शामिल हुए.

इनके अलावा नागपुर क्षेत्रीय कार्यालय से यांत्रिक सुरक्षा निदेशक पीके जैन, रूपेश कुमार श्रीवास्तव, विनय पाटिल, विद्युत निदेशक पुट्टा राजू, टी.श्रीनिवास और उप. निदेशक विद्युत एसके उपाध्याय, अदाणी सीमेंट के मुख्य विनिर्माण अधिकारी एवीएनवीएस मूर्ति, अंबुजा सीमेंट के खान प्रमुख राजू जोशी सहित विभिन्न खनन कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित हुए. पुरस्कार समारोह में खान सुरक्षा पखवाड़ा 2022 के लिए कई श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए.

इस दौरान क्षेत्र में स्थित विभिन्न खनन कंपनियों के सराहनीय कार्यों को प्रदर्शित किया गया. समारोह में विशेष रूप से अदाणी सीमेंट के जामुल स्थित एसीसी लिमिटेड के तहत आने वाले खदानों, जामुल माइन्स, पथारिया माइन्स, नंदनी खुंदनी माइन्स और एसएमपीएल चूना पत्थर खदानें तथा अंबुजा सीमेंट लिमिटेड के भाटापारा सीमेंट वर्क के तहत आने वाली खदानें, मल्दी मोपोर और रावन चूना पत्थर खदानें ने कई श्रेणियों में कई पुरस्कार जीते.

एसीसी लिमिटेड के जामुल सीमेंट वर्क के जामुल माइन्स ने A2 श्रेणी में सुरक्षा प्रबंधन योजना, प्रशिक्षण और सुरक्षा प्रदर्शन में प्रथम पुरस्कार, खदान योजना और वैधानिक रिकॉर्ड, स्टॉल प्रदर्शनी सुरक्षा और प्रशिक्षण, सामान्य कार्य और हाउसकीपिंग में द्वितीय पुरस्कार एवं सामान्य कार्य व प्रथम सहायता, समग्र कार्य में तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया. जबकि पथारिया माइन्स को A2 श्रेणी में विस्फोटकों के उपयोग में पहला पुरस्कार, सुरक्षा और प्रशिक्षण में दूसरा पुरस्कार और सुरक्षा प्रबंधन योजना में तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ. साथ ही नंदनी खुंदनी माइन्स को A2 श्रेणी में खदान योजनाओं और वैधानिक रिकॉर्ड में तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ.

एसएमपीएल माइन्स को D1 श्रेणी में सामान्य कार्य और हाउसकीपिंग में दूसरा पुरस्कार और प्रचार, प्रसार व सुरक्षा जागरूकता में तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ. वहीं अंबुजा सीमेंट लिमिटेड के भाटापारा सीमेंट वर्क्स को रावन चूना पत्थर खदानों को A1 श्रेणी में सामान्य कार्य में प्रथम पुरस्कार और खदान योजना तथा वैधानिक रिकॉर्ड, सुरक्षा प्रबंधन योजना में तृतीय पुरस्कार मिला. जबकि मल्दी मोपर खदान को A2 श्रेणी में विद्युत स्थापना और खदान प्रकाश व्यवस्था में पहला पुरस्कार और विस्फोटकों के उपयोग में दूसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ.

इस मौके पर एसीसी जामुल के संयंत्र प्रमुख सुरेश दुबे ने कहा कि अदाणी_एसीसी जामुल टीम के लिए खानों के प्रतिष्ठित लोगों से उत्कृष्ठ पुरस्कार प्राप्त करना एक गौरवपूर्ण क्षण है. इससे न केवल जामुल खदानों की टीम प्रेरित होगी, बल्कि यह पूरी जामुल टीम को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए एक नई प्रेरणा भी देगी. इन पुरस्कारों के लिए हमारी टीम का चयन करने के लिए मैं पूरी डीजीएमएस टीम को धन्यवाद तथा आभार व्यक्त करता हूँ.

अंबुजा सीमेंट वर्क्स के संयत्र प्रमुख महावीर सिंह बोलिया ने अंबुजा माइंस को पुरस्कार जीतने के उपलक्ष में बधाई दी तथा आगे और उन्नत प्रदर्शन के साथ सेफ्टी के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए निरंतर कार्य करते रहने के लिए अंबुजा सीमेंट को शून्य हानि तथा उच्च सुरक्षा मानक बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहीर की. डीजीएमएस बिलासपुर के निर्देशक मुकेश सिन्हा को धन्यवाद व विशेष आभार व्यक्त किया.

प्रदेश में निदेशक खान सुरक्षा विभाग द्वारा प्रतिवर्ष वार्षिक खान सुरक्षा पखवाड़ा आयोजित किया जाता है. जिसमें विभिन्न कंपनियों के खनन पेशेवरों से मिलकर बनी विशेषज्ञ टीमें, बिलासुपर और रायगढ़ क्षेत्र के माइन्स सेफ्टी निदेशालय के मार्गदर्शन में 15 दिनों के भीतर सभी खदानों का गहन निरीक्षण करने के लिए एक साथ आती हैं. मूल्यांकन एक व्यापक चेकलिस्ट के आधार पर आयोजित किया जाता है, जिसमें काम करने की स्थिति, सुरक्षा आचरण और जागरूकता जैसे विभिन्न पहलुओं को शामिल किया जाता है. जो उद्योग की प्रतिबद्धता को एक सुरक्षित और अधिक जिम्मेदार खनन वातावरण को बढ़ावा देने का कार्य करता है.

महिला माइनिंग इंजीनियर शेफाली का किया सम्मान

बिलासपुर और रायगढ़ क्षेत्र की पहली महिला माइनिंग इंजीनियर और एसीसी लिमिटेड के जामुल माइन में कार्यरत शेफाली चंद्राकर का सम्मान भी किया गया. इस अवसर पर केन्द्रीय माइन्स सेफ्टी के महानिदेशक प्रभात कुमार ने महिलाओं के लिए खनन उद्योग में उल्लेखनीय मिसाल कायम करने के लिए शेफाली की सराहना की और भविष्य में इसी तरह के दृढ़ संकल्प के लिए उत्साहित किया.