वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर. छ्त्तीसगढ़ की रतनपुर पुलिस ने आज कई हजार करोड़ की ठगी करने वाले PACL चिटफंड कंपनी के दो डायरेक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपी 7 साल से फरार चल रहे थे, जिनके खिलाफ देशभर में धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं, जिसमें लाखों निवेशकों को करोड़ों रुपये का चूना लगा है. अब रतनपुर पुलिस इन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है.

आरोपियों ने PACL (प्रिंसिपल एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड) नामक एक वित्तीय कंपनी के माध्यम से देशभर के निवेशकों से भारी मात्रा में निवेश एकत्र किया. कंपनी ने निवेशकों को दोगुना पैसा और उच्च ब्याज देने का लालच दिया था, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 70,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. लेकिन यह पैसा निवेशकों को वापस नहीं किया गया.

छ्त्तीसगढ़ में 4 करोड़ से अधिक की ठगी

यह मामला 2018 में रतनपुर थाना में दर्ज हुआ, जब शिकायतकर्ता अनिल मधुकर ने यह आरोप लगाया कि PACL कंपनी ने 1449 निवेशकों से 42,78,451 रुपये इकट्ठा किए थे, लेकिन उस राशि को वापस नहीं किया गया. मामले की जांच के दौरान, PACL कंपनी के डायरेक्टरों निर्मल सिंह भंगू, त्रिलोचन सिंह उर्फ तरलोचन, अनिल चैधरी लेधा, सिकंदर सिंह ढिल्लन और जोगींदर टायगर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं अन्य फरार आरोपी कम्पनी के डायरेक्टरों की लगातार पतासाजी की जा रही थी. इसी दौरान रतनपुर पुलिस को सूचना मिली कि दोनों फरार आरोपी जिला जेल में बंद हैं, जिसके बाद अदालत से अनुमति प्राप्त कर अभिरक्षा में लिया गया. 

गिरफ्तार आरोपियों के नाम:

  1. गुरमित सिंह (60 वर्ष), मौर्या इन्क्लेव, दिल्ली.
  2. सुब्रतो भट्टाचार्य (64 वर्ष), साउथ सिटी, गुरूग्राम, हरियाणा.

देशभर में लोगों को 70 हजार करोड़ का लगाया चूना

आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि PACL कंपनी ने पूरे भारत से लगभग 70,000 करोड़ रुपये इकट्ठा किए थे. रतनपुर पुलिस अब इन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है.