छत्तीसगढ़ में एक पेड़ को “सरई बाबा ” नाम दिया गया है. जो स्थानीय लोगों के लिए और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. माना जाता है कि, सरइ बाबा लोगों की मुरादें पूरी करते हैं. वहां रह रहे बहुत से लोगों का दावा है.

बता दें कि, ये पेड़ धमतरी के सिहावा में है. जहां के लोगों का मानना है कि, मांगी हुई इच्छा 400 वर्ष पुराना पेड़ पूरा करता है. जब भी कोई परेशानी होती है तो वो सरई बाबा से साझा करते हैं. वहां के एक शख्स ने ये बताया कि, जब भी आसपास के जंगली जानवरों को प्यास लगती है तो वो उस पेड़ के जड़ में दांत गड़ाकर अपनी प्यास बुझाते हैं.

वहीं सरई बोड़ा नमक फल भी इस पेड़ से निकलता है, जिसे लोग सेवन करने का दावा करते हैं. उसके पत्तों को भी खाया जाता है. वहां के स्थानीय लोगों का यह मनना है कि मुगल युग से इस पेड़ को सरई बाबा के नाम से जाना जाता है. लोग इस पेड़ में पानी डालकर अपनी इच्छा पूरी होने का दावा करते हैं. गांव के लोग इस पेड़ को देवतुल्य मानते हैं और इसकी रक्षा करते हैं.

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