पुरुषोत्तम पात्रा. देवभोग/गरियाबंद. सरकार से नाराज जनजाति के लोग,पांच सूत्रीय मांग को लेकर सैकड़ो की संख्या में पदयात्रा पर निकले कमार सीएम हाउस पहुँच कर मुख्यमंत्री को समस्या से अवगत कराएंगे। वे मुख्यमंत्री को बताना चाहते हैं कि राष्ट्रपति द्वारा गोद ली गई विशिष्ट जनजाति प्राप्त कमार- भुंजिया के विकास के लिये करोड़ों रुपए खर्च कर हमारे विकास के झूठे दावे किए जा रहे हैं.

आज गरियाबंद में यंहा के अलावा धमतरी,महासमुंद,कांकेर व बलौदाबाजार के कमार भुजिया सैकड़ो के तादाद में जुटे व राजधानी तक के लिये पदयात्रा शुरू कर दिया है। अधिकार यात्रा के अध्यक्छ रमेश धनुर्धारी ने बताया कि पांच सूत्रीय मांग को लेकर वे पहले तो राज्यपाल को ज्ञापन सौपेंगे.

फिर सीएम से भी मुलाकत कर अपनी ब्यथा को बताएंगे। यात्रा दो दिन में पूरी होगी।यात्रा में 300 से ज्यादा महिलाएं भी है,जनजाति के ज्यादातर लोग अपने पारम्परिक हथियार के साथ पद यात्रा में शामिल हुए हैं।

खर्च के लिये रुपए मिलते है पर खर्च कन्हा होता है पता नही-राष्ट्रीय कमार समाज के मुखिया बनसिंह सोरी ने कहा कि जिले में लगभग पांच हजार परिवार रहते हैं, सालाना परियोजना में हमारे विकास के लिये सालाना 3 करोड़ इस जिले को मिलता है.

अन्य चार जिलों में भी ओसतन इतना ही रुपए मिलता है।लेकिन योजना का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन नही होता। समाज वालो ने ज्ञापन में योजनाओं की हकीकत की पोल खोलते हुए बताया की 20 प्रतिशत आरक्षण सभी नियुक्तियों में निर्धारित है, लेकिन समाज के योग्य लोग अब भी बेरोजगार है।

बंद आबंटन शुरू किया जाये…

ज्ञापन में बताया गया है कि इस सत्र परियोजना में कमार विकास की राशि आबंटन नही दिया गया,जिससे योजनाएं ठप्प हो गया है,आबंटन सुरू किया जाए। पत्र में कहा गया है गैर अनूसूचित छेत्र में रहने वाले जनजाति के लोगो को योजनाओ का लाभ देने के अलावा उन्हें वन अधिकार पट्टा देने की मांग शामिल है।