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मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने शुक्रवार उत्तराखण्ड विधानसभा में 7वें काॅमन रिव्यू मिशन की बैठक में प्रतिभाग किया. यह बैठक मुख्य सचिव तथा भारत सरकार, ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत 7वें काॅमन रिव्यू मिशन का नेतृत्व कर रहे संजय अग्रवाल (सेनानिवृत आईएएस, पूर्व सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण) की ओर से राज्य में काॅमन रिव्यू मिशन से अपेक्षाओं के सम्बन्ध में ली गई.
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बैठक में सीआरएम (काॅमन रिव्यू मिशन) की ओर से 7वें काॅमन रिव्यू मिशन के तहत मुख्य सचिव एवं ग्रामीण विकास, जलागम, पंचायती राज सहित सभी सम्बन्धित विभागों से राज्य की विशेष परिस्थितियों के अनुरूप वर्तमान में संचालित योजनाओं में आवश्यक बदलावों के सम्बन्ध में सुझाव मांगे गए. सीआरएम द्वारा ग्राम्य विकास से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं से बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए हर योजना में कम से कम 5 इनोवेटिव सुझाव मांगे गए. इसके साथ ही सीआरएम सदस्यों ने राज्य में योजनाओं के क्रियान्वयन दौरान अपनाई जा रही बेस्ट प्रैक्टिसेज का विवरण भी सीआरएम को देने के निर्देश दिए.
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सीआरएम द्वारा राज्य में योजनाओं के क्रियान्वयन के दौरान आ रही समस्याओं और कमियों से भी अवगत कराने के निर्देश दिए, ताकि उनमें आवश्यक सुधार किया जा सके. मुख्य सचिव ने राज्य के विशेष परिस्थितियों के अनुरूप कुछ योजनाओं में नीतिगत स्तर पर आवश्यक सुधारों की बात कही. उन्होंने मनेरगा के तहत सेवा क्षेत्र को सम्मिलित करने और वाॅटर शेड प्रोग्राम में राज्य के विशेष परिस्थितियों के अनुकूल सुधार के सुझाव दिए.
ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार का 7वां कॉमन रिव्यू मिशन (सीआरएम) 18 फरवरी से 02 मार्च तक प्रस्तावित है. सी.आर.एम. को ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के प्रकरणों को समझने एवं बेहतर सार्वजनिक सेवा वितरण हेतु सुझाव देने का कार्य सौंपा गया है. 7वां सी०आर०एम० श्री संजय अग्रवाल, पूर्व सचिव, कृषि और कृषक कल्याण मंत्रालय द्वारा लीड किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ, वरिष्ठ शिक्षाविदों सहित कुल 36 सदस्यों द्वारा उत्तराखण्ड सहित 09 राज्यों का दौरा किया जाएगा.
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सीआरएम के सदस्यों द्वारा 21 फरवरी को राज्य के अधिकारियों के साथ मुख्य सचिव की अध्यक्षता में ब्रीफिंग सेशन किया गया, तत्पश्चात् सदस्य दो समूहों में गठित होकर 22 फरवरी से दिनांक 24 फरवरी तक दो जनपदों का दौरा करेंगे. जिसके बाद सचिवालय में 25 फरवरी को सभी सदस्य पुनर्गठित होकर सचिव, ग्राम्य विकास विभाग की अध्यक्षता में डीब्रीफिंग सत्र में प्रतिभाग करेंगे.
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