रेखराज साहू महासमुंद। लॉकडाउन के दौरान महासमुंद में राजस्व, पुलिस और नगर पालिका की संयुक्त टीम ने छापामार कार्रवाई कर बड़ी मात्रा में गुटखा जब्त किया है. कार्रवाई के दौरान प्रतिबंधित पान मसाला, गुटखा के साथ बीड़ी-सिगरेट और अन्य तम्बाखू उत्पाद भी जब्त किया गया है, जिसकी कीमत करीब 5 लाख रुपए बताई जा रही है.

कलेक्टर ने लॉकडाउन के दौरान जिले में किसी भी प्रकार के तम्बाखू उत्पाद, पान, बीड़ी-सिगरेट या गुड़ाखू की बिक्री पर बैन लगाया है. इसके बाद भी शहर के कई दुकानों से गुटखा बिक्री की शिकायत मिल रही थी. बुधवार को गरियाबंद जिले के राजिम में जब्त बड़ी मात्रा गुटखा का महासमुंद कनेक्शन सामने आने के बाद गुरुवार को प्रशासन की टीम ने शहर में गुटखा, पान मसाला बेचने वाले दुकानों पर दबिश दी.

इस दौरान गंज पारा स्थित संजय पांडे के दुकान और गोदाम से पान पराग 10 कार्टून, राजश्री 3 बोरी, बीड़ी पत्ती 15किग्रा, सचिन गुटखा 10 बोरी, बीड़ी 43 पैकेट, चूना 5 किलो, मिराज 1 पैकेट, बाबा बीड़ी पत्ती 22 पैकेट, रजनीगंधा 17 पैकेट, सिगरेट 1 पैकेट, पान बहार 65 पैकेट और मुसाफिर गुटखा 1 बोरी जब्त किया गया है.

इसके बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को बुलाकर जब्त पान मसाले का सेंपल करवाया गया है. मामले में दुकान संचालक पर अपेडमिक एक्ट, खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 और आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई की गई है.

जिन स्थानों से विभाग के अधिकारी लौटे खाली हाथ वहीं से जब्त किया गया लाखों का गुटखा
महासमुंद कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने जिले में किसी भी प्रकार के तंबाखू उत्पाद या फिर बिड़ी सिगरेट या गुड़ाखु की बिक्री पर बैन लगाया है. इससे अवैध कारोबारी इसका दोगुना फायदा लेने में लगे है. जिसे देखते हुए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को भी जांच के लिए निर्देशित किया गया है. इसी के मद्देनजर महासमुंद में बुधवार को करीब 5 दुकानों में विभागीय अधिकारी ने निरीक्षण किया. जिसमें से कृष्णानी ब्रदर्स और मनभावन स्टोर भी शामिल है. जहां पर विभाग को कुछ नहीं मिला और वो खाली हाथ लौट गये. लेकिन हैरत कि बात यह है कि इन्ही दुकानों में से एक कृष्णानी ब्रदर्स का लाखों का गुटखा कल ही राजिम में और आज मनभावन स्टोर से लाखों का गुटखा राजस्व विभाग ने जब्त किया है.

मामले को लेकर क्या कहते हैं विभागीय अधिकारी..
महासमुंद में फल फूल रहे गुटखे के कारोबार को लेकर और अधिकारियों के सुस्त रवैय्ये को लेकर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के नियंत्रक सत्यनाराण राठौर से जब चर्चा की गई तो उन्होने बताया कि मामले को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही वो मामले को लेकर कुछ कह सकते है. वहीं अभिहित अधिकारी तृप्ति जैन का कहना है कि एसडीएम के नेतृत्व में यह कार्रवाई हुई है, जिसके नमूने लेकर जांच के लिए भेजा गया है, जांच में मानक या अमानक पाया जायेगा उस आधार पर कार्रवाई की जायेगी. पुलिस और राजस्व विभाग की कार्रवाई को लेकर अभिहित अधिकारी तृप्ति जैन का कहना है कि उनका अमला ज्यादा बड़ा होता है इसलिए वो ज्यादा कार्रवाई करते है.